गौमाता का वैक्सीनेशन होना चाहिए- श्रेणीक जैन
जोधपुर, कोरोना की पहली लहर के कहर के बीच जब बाजार बंद थे और लोग घरों में कैद थे, तब फ्रंट लाइन वर्कर बीच सड़क़ पर खड़े होकर पलायन करते दिहाड़ी मजदूरों की मदद के लिए हाथ बढ़ा रहे थे। तब दूसरी तरफ मुबंई के कुछ व्यापारी एकजुट होकर भूख प्यास से बिलखते बेजुबान जानवरों की सेवा में जुठकर सेवा का जज्बा दिखाते हुए अपना फर्ज निभा रहे थे। ये वे व्यापारी थे जो दिनरात गौ सेवा में लगे रहते हैं और प्रत्येक पूनम को गौशालाओं में जाकर बेजूबान जानवरों को लापसी परोस कर सेवा करते नजर आते हैं।
मुबंई के डि-लाई रोड यंग जीव दया जैन ग्रुप और तखतगढ़ युवा मंच के बैनर तले हर घर में एक गाय हो और गांव-गांव में गौशाला हो अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान से जुड़े ग्रुप के सदस्य जहां घर-घर से एक रोटी गाय के नाम एकत्रित कर रहे हैं वहीं प्रत्येक पूर्णिमा के दिन गौशालाओं में जाकर गौ माता को लापसी परोस रहे हैं। ग्रुप के संयोजक श्रेणीक जैन के अनुसार इस बार भी गौ माता के लिए घर-घर पहुंचकर रोटी एकत्रित की गई। 500 किलो लापसी तैयार कर जानवरों को खिलाई गई।
जैन ने बताया कि ग्रुप पिछले लंबे अरसे से गौ माता की सेवा जुटा है और समय-समय पर गौशालाओं में जाकर सेवा दे रहा है। ग्रुप के सहयोग से हर पूर्णिमा लापसी की व्यवस्था के साथ-साथ बीमार गौमाता का इलाज भी किया जाता है। कोरोना काल में जब बीच सड़क़ यह बेजुबान जीव भूख प्यास से तड़प रहे थे तब ग्रुप के सदस्य श्रेणीक जैन (बांकली) व सुरेश पटवारी ने टीम के साथ ढाल बनकर बेजुबान जीवों को बेमौत मरने से बचाया।
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