कोरोना को हराने के लिए सरकार की गाइडलाइन का करें पालन

जोधपुर, सांसद और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने लोगों से कोरोना से बचाव के सारे नियमों और शासन द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों का हर स्थिति में पालन करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए मैं और हमारी पार्टी के सभी लोग 24 घंटे प्रशासन के साथ मिलकर काम करने को तैयार हैं।

प्रशासन को नए संसाधन जुटाने के लिए कैसी भी आवश्यकता हो, हम समाज के सहयोग से मिलकर जुटाएंगे। यह सबकी सामूहिक जिम्मेदारी और लड़ाई है। केंद्रीय मंत्री शेखावत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जोधपुर में पिछले पांच दिनों में ही पांच हजार से ज्यादा कोरोना के मामले आए हैं। शेखावत ने कहा कि मेरा सभी नगरवासियों से हाथ जोड़क़र आग्रह है कि वो सभी स्वयं को सुरक्षित रखने के लिए सावधान रहें।

खुद की सुरक्षा ही हमारे परिवार की सुरक्षा है। सभी लोग सरकार द्वारा तय गाइडलाइन का पालन करें। उन्होंने कहा कि समाज के स्तर पर, राजनीतिक दल के स्तर पर, जन प्रतिनिधि होने के नाते और समाज का हिस्सा होने के नाते, हम किस तरह से इस समय, इस युद्ध में अपनी भूमिका का निर्वाहन कर सकते हैं आज के समय में यही महत्वपूर्ण है। हमने अपनी तरफ से ऑफर किया है कि लोगों के भोजन, उनका जीवन और आजीविका, तीनों को बचाने के लिए जो कुछ भी हम कर सकते हैं, उसके लिए हम तैयार हैं। अभी समय इस बात का है कि इस चुनौती से मिलकर कैसे लड़ें?

शेखावत ने कहा कि मेरी कलेक्टर से बात हुई तो उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन को लेकर थोड़ा संघर्ष है। बांगड़ सीमेंट के पास ऑक्सीजन प्लांट है, मैंने उनसे व्यवस्था कराई है। एम्स में बेड की क्षमता बढ़ाने के लिए बात हुई है। वो 160 से 250 बेड एक-दो दिन में कर देंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अधिकारी ऐसा प्रोटोकॉल बनाएं, ताकि किस रोगी को कहां भर्ती होने की आवश्यकता है, उसी जगह उसे भर्ती कराया जा सके, क्योंकि सभी का इलाज एम्स नहीं कर सकता है।

ये राजनीति का समय नहीं

मजदूरों के पलायन, व्यापारियों की परेशानी जैसे सवालों के जवाब में शेखावत ने कहा कि इसकी जिम्मेदारी प्राथमिक रूप से राज्य सरकार की है। यदि अंतरराज्यीय इश्यू आएगा तो केंद्र सरकार दखल देगी। उन्होंने कहा कि मैं राजनीति नहीं करना चाहता न यह राजनीति का समय है न राजनीति का विषय है, लेकिन पिछली बार जो स्थिति बनी थी, उसके लिए कौन लोग जिम्मेदार थे, यह सबको पता है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जो लोग पहले लॉकडाउन की आलोचना कर रहे थे, वो आज असमंजस की स्थिति में हैं। वो इसकी आवश्यकता तो महसूस कर रहे हैं, लेकिन निर्णय नहीं ले पा रहे हैं।