स्कूल एजुकेशन : इस बार नहीं होगी अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं

बोर्ड परीक्षा में होमवर्क बुक के आधार पर मिलेंगे आंतरिक मूल्यांकन के 20% नंबर, लिखित परीक्षा के 80% मार्क्स

बीकानेर,स्कूल एजुकेशन में इस बार कोविड-19 के चलते अर्द्धवार्षिक परीक्षा नहीं होगी। वार्षिक परीक्षा के आधार पर ही उनको अगली क्लास में प्रमोट किया जाएगा। शिक्षा विभाग ने सत्र 2020-21 के लिए स्कूलों में पढ़ाई और परीक्षा की गाइडलाइन मंगलवार को जारी कर दी है। आमतौर पर दिसंबर में स्कूली बच्चों की अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं होती हैं लेकिन इस बार कोरोना के चलते 31 दिसंबर तक स्कूल बंद हैं। स्कूल कब खुलेंगे,ये फिलहाल तय नहीं है। मौजूदा हालात को देखते शिक्षा विभाग में इस सत्र के लिए यह व्यवस्था लागू की है। परीक्षा पैटर्न में भी कुछ बदलाव किए गए हैं। 9 वीं से 12वीं कक्षा तक वार्षिक परीक्षा के 80% अंक लिखित परीक्षा के लिए निर्धारित किए गए हैं। जबकि 20% आंतरिक मूल्यांकन के अंक इस बार होमवर्क बुक में किए गए कार्य के आधार पर मिलेंगे। होमवर्क बुक परीक्षा से पहले संबंधित स्कूल में स्टूडेंट्स को जमा करानी होगी। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने भी बोर्ड कक्षाओं के पाठ्यक्रम को संक्षिप्त किया है। परीक्षाएं इसी संशोधित पाठ्यक्रम के आधार पर होंगी।

बोर्ड परीक्षाओं में आब्जेक्टिव क्वेश्चन भी होंगे शामिल
शिक्षा सत्र 2020-21 में बोर्ड परीक्षाओं के एग्जाम पेपर में ऑब्जेक्टिव टाइप क्वेश्चन भी शामिल किए जाएंगे। अति लघुत्तरात्मक, लघुत्तरात्मक और निबंधात्मक प्रश्नों में आंतरिक चयन का विकल्प दिया जाएगा। इस बार निबंधात्मक प्रश्नों की संख्या कम होगी। स्टूडेंट्स को परीक्षा की तैयारी के लिए पैटर्न के मुताबिक मॉडल प्रश्न पत्र 15 जनवरी के बाद उपलब्ध कराए जाएंगे। अर्द्धवार्षिक परीक्षा इस बार नहीं होगी। बोर्ड परीक्षाएं 15 मई के बाद होंगी। अन्य परीक्षाएं विभाग द्वारा निर्धारित समयावधि में कराई जाएंगी।

क्लास 1 से 8 तक ये रहेगा परीक्षा पैटर्न
कक्षा 6 से 8 में कक्षोन्नति का आधार वार्षिक परीक्षा ही रहेगा। 40% अंक आंतरिक मूल्यांकन के होंगे। जो कि कार्य पुस्तिका,गृह कार्य और पोर्टफोलियो पर आधारित होंगे। बाकी बचे 60% में से 10% अंक मौखिक परीक्षा और 50% अंक लिखित परीक्षा के रहेंगे। आठवीं कक्षा के लिए बोर्ड परीक्षा होगी। वार्षिक परीक्षा संशोधित पाठ्यक्रम के अनुसार ली जाएगी। कक्षा 3 से 5 तक के विद्यार्थियों का कक्षोन्नति आधार योगात्मक आकलन रहेगा। इनमें 50% अंक आंतरिक मूल्यांकन के 10% अंक मौखिक परीक्षा और 40% अंक लिखित परीक्षा के होंगे। इसी आधार पर पांचवी कक्षा के विद्यार्थियों की बोर्ड परीक्षा होगी। कक्षा 1 व 2 के स्टूडेंट्स को गतिविधि आधारित कार्य पुस्तिका उपलब्ध कराई जा रही है। शिक्षक और अभिभावक की सहायता से स्टूडेंट्स इन कार्य पुस्तिका को पूरा करेंगे। इन कार्य पुस्तिका के आधार पर ही कक्षा 1 और 2 के स्टूडेंट्स की कक्षोन्नति की जाएगी।

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