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भगवान बुद्ध के विचारों को प्रचारित करने की जरूरत-गौतम

जोधपुर,भगवान बुद्ध के विचारों को प्रचारित करने की जरूरत-गौतम।
समता सैनिक दल के तत्वावधान में बुद्ध पूर्णिमा मेघवाल छात्रावास शिक्षण संस्थान मसुरिया में समारोह पूर्वक मनाई गई। दल के राष्ट्रीय महासचिव बीएल बुगालिया ने बुद्ध की प्रतिमा के समक्ष मोमबत्ती जला कर पंचशील ध्वज फहरा कर कार्यक्रम की शुरुआत की।

महासचिव बीएल बुगालिया ने कहा कि सदियों से भगवान बुद्ध ने मानवता का मार्गदर्शन किया है। भगवान बुद्ध को न सिर्फ भारत बल्कि दूसरे देशों ने बहुत महत्त्वपूर्ण माना है। जो भी व्यक्ति दलित और पिछड़ों के अधिकारों की बात करता है वह भगवान बुद्ध और उनके सिद्धांतों के सबसे ज्यादा नजदीक है।

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मुख्य वक्ता प्रोफेसर ताराराम गौतम ने संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में भगवान बुद्ध के विचारों को प्रचारित करने की जरूरत है। आज दुनियां के कई देशों में युद्ध हो रहा है,ऐसे में बुद्ध के विचारों को आत्मसात करके ही शांति लाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि चाहे हिंदू, मुस्लिम,इसाई हो या सिक्ख,हम लोग सभी एक ही धर्म,एक ही संस्कृति के प्रवाहक है। राष्ट्रीय महासचिव महिला विंग कमला बुगालिया ने कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर के बौद्ध धर्म ग्रहण करने के बाद भगवान बुद्ध के विचार सदियों बाद फिर से प्रासंगिक हो गए। भगवान बुद्ध के अनुयायी सबसे ज्यादा डॉ. अंबेडकर के सिद्धांतों पर चलने वाले लोग हैं।

भगवान बुद्ध का जन्म भले राजमहल में हुआ लेकिन उन्होंने वंचित,दलित और शोषित लोगों की पीड़ा को महसूस किया।डॉ.भीमराव अंबेडकर ने गौतम बुद्ध के विचारों को आत्मसात किया। इस दौरान अनेक वक्ताओं ने बुद्ध और अंबेडकर के जीवन दर्शन के बारे में बताया। रामनारायण थिरोदा को चौखा का एरिया कमांडर नियुक्त किया गया।

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लक्ष्मणदास बाघराणा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। मंच का संचालन नवीन विक्रम ने किया। कार्यक्रम में अमित राॅय बौद्ध,सलाहकार मिश्री लाल सोढा,राजेश रायपुरिया,गुलाब बारासा,भंवरलाल बरवड,निकिता बौद्ध,किंयाश बौद्ध,गुलाब पंवार, शान्ति परिहार,राजेन्द्र बस्सी,दुर्गा राम,रमेश सोलंकी,चेनाराम,यशवंत शोर्य,मंछाराम,बाबूलाल मोसलपुरिया उपस्थित थे।