Two servants including maid Lakshmi arrested, four out of seven arrested

नौकरानी लक्ष्मी सहित दो नौकर गिरफ्तार,सात में से चार गिरफ्तार

  • हैण्डीक्राफ्ट व्यवसायी के घर करोड़ों की चोरी का खुलासा
  • नेपाल जाकर माल का बंटवारा करने की थी योजना
  • रिश्तेदार पहले हो चुका गिरफ्तार
  • अब तक चार पकड़े
  • एक दिल्ली और एक सूरत में डिटेन
  • एक अज्ञात शख्स की पहचान के प्रयास
  • अगस्त से चल रही थी प्लानिंग

जोधपुर,शहर के एयरपोर्ट स्थित गोल्फकोर्स क्षेत्र में हैण्डीक्राफ्ट व्यवसायी अशोक चोपड़ा के घर में घरेलु नौकरों द्वारा 6 नवंबर रविवार को की गई करोड़ों की चोरी का पुलिस ने आज खुलासा करते हुए तीन और लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। इसमें एक घरेलु नौकरानी लक्ष्मी और दो अन्य नौकर शामिल हैं। एक रिश्तेदार को दिन पहले ही नागौर के कुचामन से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। वारदात के बाद नागौर,जयपुर दिल्ली होते हुए उत्तरप्रदेश एवं नेपाल भागने की योजना थी।

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जहां पर माल का बंटवारा करते। मगर कमिश्ररेट पुलिस की सात टीमें लगातार उनके पीछे लगी रही और उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। पुलिस ने दो और लोगों को डिटेन कर रखा है जो दिल्ली और सूरत में हैं। जिनसे पूछताछ चल रही है। सातवें शख्स को नामजद किया गया है मगर उसके बारे में बारे अभी पुलिस ने उसके वारदात में शामिल होने या नहीं होने की पुष्टि नहीं की है। पुलिस ने करोड़ों का माल भी बरामद कर लिया है। काफी माल और मिलने की संभावना है,अब पकड़े गए अभियुक्तों और डिटेन किए गए लोगों से अग्रिम कार्रवाई में सामने आ पाएगा।

Two servants including maid Lakshmi arrested, four out of seven arrested

पुलिस आयुक्त रविदत्त गौड़ एवं पुलिस उपायुक्त पूर्व डॉ.अमृता दुहन ने प्रेसवार्ता में बताया कि गत 6 नवंबर को गोल्फकोर्स एयरफोर्स क्षेत्र में रहने वाले हैण्डीक्राफ्ट उद्यमी अशोक चोपड़ा के परिवार और उनके दो गाड़ी चालकों को बेहोश कर घरेलु नौकरों द्वारा करोड़ों को सोना चांदी, बर्तन, तिजौरी अलमारी,गाड़ी आदि चोरी कर ले जाया गया है। इस संगीन वारदात के सामने आने के बाद पुलिस हरकत में आई और आननफानन में सात टीमों को लगाया गया।

पुलिस आयुक्त गौड़ एवं डॉ.दुहन ने बताया कि मामले में पुलिस ने सफलता हासिल करते हुए नौकरानी लक्ष्मी,नौकर मंजिल एवं धनबहादुर को आज पकड़ा है। मंजिल के एक रिश्तेदार अमरसिंह को पहले ही नागौर जिले के कुचामन इलाके में गैस गोदाम से पकड़ा जा चुका है। अब तक चार लोगों को पकड़ा गया है। दो लोगों जिनमें एक दिल्ली और एक सूरत में डिटेन किए हुए है। वारदात में सात लोगों के नाम सामने आए हैं। सातवें शख्स की पहचान की जा रही है,जिसे अभी अज्ञात की श्रेणी में रखा गया है।

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लक्ष्मी पुरानी नौकरानी,बाकी नौकर दो माह पहले ही लगे

पुलिस आयुक्त गौड़ ने बताया कि लक्ष्मी अशोक चोपड़ा की पुरानी नौकरानी है। जो पिछले दो ढाई साल से काम कर रही थी। बाकी नौकर मंजिल,धनबहादुर, मंजू को लगे दो तीन माह ही हुए थे।

अगस्त से चल रही थी प्लानिंग

अब तक जांच एवं पूछताछ में सामने आया कि इन लोगों ने 15 अगस्त से ही प्लानिंग कर रखी थी और दिवाली पर भी योजना बनाई थी। मगर सफल नहीं हो पाए। अशोक चोपड़ा की एक बेटी जैसलमेर एवं पत्नी भी शहर से बाहर होने का फायदा उठाया,इन लोगों को लगा कि अब घर में सदस्य कम हैं तो माल उड़ाया जा सकता है।

गोलियों को चूूरा पाउडर बनाया गया

घर के चारों नौकरों ने मिलकर पूरी साजिश के तहत बाद में अपने सहयोग के लिए नेपाल से तीन और लोगों को बुला लिया। घर के सदस्यों को खाने में बेहोशी के लिए दवाई की गोलियों का चूर्ण बना लिया और फिर खाने में मिला कर दिया। इसकी इतनी मात्रा रखी कि उन्हें सुबह तक होश ना आ पाए। उन्हें बेहोश कर बाद मे तीन अन्य सहयोगियों को घर में प्रवेश दिलाया।

पहले दरवाजें के तोड़े फिर अलमारी लॉकर

पुलिस जांच में सामने आया कि पहले इन लोगों ने घर के ताले तोड़े फिर अलमारी बाद में लॉकर का ताला तोडक़र माल साफ किया गया। मगर तिजौरी भारी होने और नहीं टूटने पर अशोक चोपड़ा की ही कार में डाल कर साथ लेकर गए।

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लोगों की आवाजाही बढऩे पर तिजौरी को झाडिय़ों में फेंका

जब तक वे माल लेकर नागौर के कुचामन तक पहुंचे तब तक लोगों की आवाजाही भी बढऩे लगी थी और उनसे तिजौरी खुल नहीं पाई तो झाडिय़ों में फेंक दिया। सोचा बाद में मिट्टी में दफना कर फिर कभी आकर माल उठा लेंगे। मगर वे कामयाब नहीं हो पाए।

फुटेज और रिश्तेदार अमरसिंह के पकड़े जाने पर मिला बड़ा सुराग

पीछा करती पुलिस की टीमें जब कुचामन पहुंची तो रिश्तेदार अमरसिंह के गैस गोदाम तक पुलिस पहुंची जहां पर उसने जानकारी दी कि सात लोग आए थे। तीन तो दिल्ली के लिए निकल गए बाकी चार लोग जयपुर की तरफ गए हैं।

दिल्ली में तीन अधिकारी और स्टाफ भेजा

पुलिस आयुक्त के अनुसार कमिश्नेट के सदर कोतवाली थानाधिकारी दिनेश लखावत,रातानाडा थानाधिकारी सत्यप्रकाश एवं सीएसटी के एसआई दिनेश डांगी को दिल्ली भेजा गया। उनके साथ में काफी संख्या बल में कांस्टेबल को भेजा गया। पुलिस की इस टीम ने दिल्ली रेलवे स्टेशन,बस स्टेण्ड और नेपालियों के डेरों को खंगाला और जानकारी जुटानी शुरू की। मगर दिल्ली में मिले इनपुट के आधार पर तीन नौकरों लक्ष्मी,मंजिल और धनबहादुर को वहां से पकड़ा गया।

उत्तरप्रदेश पुलिस,एसएसबी का रहा सहयोग

नौकरों के नेेपाल भागने की संभावना पूरी बनी थी। ऐसे में उसके लिए उत्तरप्रदेश पुलिस के साथ एसएसबी का सहयोग लिया गया। कमिश्रेट पुलिस के साथ नागौर,उत्तरप्रदेश पुलिस और एसएसबी का पूर्ण सहयोग रहा। प्रकरण में दो और लोगों को डिटेन कर लिया गया है। जो एक दिल्ली व दूसरा सूरत में है। जिनसे पूछताछ के बाद आगे गिरफ्तारी बताई जा सकेगी।

यह माल हुआ बरामद

डीसीपी पूर्व डॉ.दुहन ने बताया कि मुल्जिमों से अभी तक एक हैक्सा कार,एक बंद तिजौरी जिसमें सोने के सिक्के,प्रोपर्टी दस्तावेजों के साथ जेवरात,दो लेपटॉप,3 मोबाइल, 7 महंगी घडिय़ां,1.21 लाख नगद और वारदात में प्रयुक्त औजारों को जब्त किया गया है।

इन्हें किया जा चुका गिरफ्तार

पुलिस उपायुक्त डॉ.अमृता दुहन ने बताया कि प्रकरण में पहले नेपाल के अतरिया हाल बाबा रामदेव गैस गोदाम स्टेशन रोड कुचामन निवासी अमरसिंह पुत्र जज्गू,भागलु नेपाल का धन बहादुर पुत्र बहादूर थापा, धनगढ़ी केलाली नेपाल की लक्ष्मी उर्फ मुन्नी पत्नी कमल बहादुर एवं चौमाला केलाली नेपाल के मंजिल उर्फ झंकर पुत्र देवीसिंह धामी को पकड़ा गया है।

सूरत में डिटेन हुए व्यक्ति से मिला सुराग, जेवर बेचने वाला था

सूत्रों के मुताबिक सूरत में एक व्यक्ति को पुलिस ने डिटेन किया है। जो जेवर बेचने की फिराक में था। उसके डिटेन किए जाने पर वारदात में शरीक अन्य लोग पकड़े गए। फिलहाल पुलिस ने इसका खुलासा नहीं किया है।

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