जोधपुर, बाड़मेर जिले के एक नाबालिग को डॉन बनने की धुन सवार हो गई। तब उसने अपने सोशल मीडिया फ्रेंड को पिस्टल खरीदने की इच्छा जताई। इस फर्जी सोशल मीडिया फ्रेंड ने उसे झांसे में लिया और खाते में 36 हजार रूपए जमा करवाने के बाद सोशल साइट से हट गया। पीड़ित नाबालिग ने बनाड़ पुलिस की शरण ली और धोखाधड़ी एवं आईटी एक्ट में केस दर्ज करवाया।

बनाड़ थानाधिकारी सीताराम खोजा ने बताया कि 17 साल के बाड़मेर जिले के एक किशोर की तरफ से यह मामला दर्ज कराया गया है। इसके  अनुसार वह 12वीं तक पढ़ा लिखा है। मोबाइल पर वह सोशल मीडिया के जरिए इंस्टाग्राम, फेसबुक और वाट्सएप पर है। इंस्टाग्राम पर उसकी दोस्ती किसी भानू देवासी नाम के शख्स से हुई थी। दोनों में बाद में वाट्सएप कालिंग से भी बातचीत होती आई है। पीड़ित नाबालिग का परिवार गरीब तबके से है। ऐसे में गरीबी से दूर हटने के लिए डॉन बनने की इच्छा रखता है। तब उसने अपने सोशल मीडिया फ्रेंड से पिस्टल खरीदने की इच्छा जाहिर की। इस पर उस शातिर ने दो दिन पहले उसे पिस्टल दिलाने का झांसा दिया और ऑन लाइन अपने खाते में 36 हजार रूपए डलवा दिए। बाद में वह सोशल साइट से हट गया। पीड़ित ने अब बनाड़ पुलिस थाने में इसकी रिपोर्ट दी।

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नाबालिग के मोबाइल में मिले कई कुख्यात के फोटोग्राफ्स

थानाधिकारी खोजा ने बताया कि नाबालिग अपने परिवार की गरीबी दूर करने के लिए डॉन बनने की इच्छा रखता था। ऐसे में उसे अंदेशा था कि डॉन की जिंदगी मौज वाली होती है। उसने अपने मोबाइल में कई कुख्यात बदमाशों के फोटो अपनी साइट पर डाल रखे हैं।