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शरद यादव का निधन

शरद यादव का निधन

  • 75 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
  • प्रधानमंत्री मोदी ने जताया दुख

गुरुग्राम, समाजवादी नेता जदयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव का निधन हो गया वे 75 साल थे। गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनकी बेटी ने लिखा पापा नहीं रहे। शरद यादव के निधन से शोक की लहर छा गई। बिहार की राजनीति में उनका बड़ा नाम था।

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने शरद यादव के निधन पर गहरा दुःख प्रकट किया है। मोदी ने ट्वीट में लिखा है कि श्री शरद यादव जी के निधन से बहुत दुःख हुआ। अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में उन्होंने खुद को सांसद और मंत्री के रूप में प्रतिष्ठित किया। वे डॉ. लोहिया के आदर्शों से काफी प्रभावित थे। मैं हमेशा हमारी बातचीत को संजो कर रखूंगा। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं, शांति।”

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शरद यादव समाजवाद की राजनीति से आमजन में लोकप्रिय थे। वे जदयू से 2016 में इस्तीफा देने के बाद उन्होंने नई पार्टी बनाई और इस पार्टी का उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल में विलय कर दिया। उनकी बेटी सुभाषिणी कांग्रेस में हैं। उनके निधन पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने शोक व्यक्त किया है। लोकसभा अध्यक्ष ने दुख प्रकट करते हुए कहा कि वरिष्ठ राजनेता,पूर्व सांसद शरद यादव जी के निधन पर शोक व्यक्त करता हूं। वे विलक्षण प्रतिभा वाले महान समाजवादी नेता थे, जिन्होंने वंचितों,शोषितों के दर्द को दूर करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। उनका निधन समाजवादी आंदोलन के लिए बड़ी क्षति है। परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं।

बिहार के उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर शरद यादव के निधन पर दुःख प्रकट किया है। उन्होंने कहा मंडल मसीहा,राजद के वरिष्ठ नेता, महान समाजवादी नेता मेरे अभिभावक आदरणीय शरद यादव जी के असामयिक निधन की खबर से मर्माहत हूं। कुछ कह पाने में असमर्थ हूं। माता जी और भाई शांतनु से वार्ता हुई। दुःख की इस घड़ी में संपूर्ण समाजवादी परिवार परिजनों के साथ है।” बिहार के नेता पप्पू यादव ने भी ट्वीट कर कहा कि देश के दिग्गज राजनेता, समाजवाद और सामाजिक न्याय के योद्धा शरद यादव के निधन की खबर सुनकर मर्माहत हैं। राजनीति में मतांतर भले रहा, लेकिन उनसे सदैव स्नेह का संबंध रहा। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। सुभाषिनी जी और शांतनु जी के प्रति मेरी गहरी संवेदना है।

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1 जुलाई 1947 को मध्‍यप्रदेश के होशंगाबाद के बंदाई गांव में एक किसान परिवार में जन्मे शरद यादव ने प्रारंभिक शिक्षा के बाद जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रॉनिक में इंजीनियरिंग किया वे गोल्‍ड मेडलिस्‍ट रहे। उन्‍होंने रॉबर्ट्सन मॉडल साइंस कॉलेज से स्‍नातक की डिग्री भी प्राप्‍त की। पढ़ाई में वे बहुत होशियार रहे। छात्र राजनीति से लेकर राष्ट्रीय राजनीति में पहचान बनाने वाले शरद यादव ने बिहार की राजनीति में भी बड़ा मुकाम हासिल किया है। शरद यादव ने मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और फिर बिहार में अपना राजनीतिक परचम लहराया है। शरद यादव ने 1999 और 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में विभिन्न विभागों को संभाला था। 2003 में शरद यादव जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष बने थे। वे 7 बार लोकसभा और 3 बार राज्यसभा सांसद रहे।

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