विश्व विटिलिगो दिवस पर एमडीम एच में संगोष्ठी आयोजित

जोधपुर,विश्व विटिलिगो दिवस पर एमडीम एच में संगोष्ठी आयोजित।विश्व विटिलिगो दिवस के अवसर पर मंगलवार को डॉ एसएन मेडिकल कालेज से संबद्ध मथुरादास माथुर चिकित्सालय में चर्म एवं रति रोग विभाग में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

यह भी पढ़ें – महिला आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर में सीखे आत्मरक्षा के गुर

एमडीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ नवीन किशोरिया ने कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कहा कि विटिलिगो रोग के इलाज से संबंधित जो प्रयास चर्म रोग विभाग द्वारा किए जा रहे हैं वह अतुलिनीय है और बहुत सारे मरीज इससे लाभान्वित हैं। डॉ दिलीप कछावा ने बताया कि विटिलिगो,जो त्वचा के रंग हल्का पड़ने से संबंधित बीमारी है,इसका इलाज संभव है। इसके मरीजों को चिंता मुक्त रहना चाहिए। उन्होंने बताया कि इससे संबंधित लगाई जाने वाली क्रीम, प्रकाश थेरेपी तथा विटिलिगो सर्जरी जैसे इलाज उपलब्ध हैं,जिसमें से जोधपुर तकनीक एक प्रभावशाली सर्जरी है।

इस अवसर पर डॉक्टर पंकज राव ने बताया कि विटिलिगो के संबंध में फैली हुई भ्रांतियां जैसे की खटाई खाने,मांसाहार के साथ दूध पीने इत्यादि से बढ़ता है। इसके बारे में फैले मिथकों को दूर करते हुए उन्होंने कहा कि यह शरीर के अंदर से उठने वाला एक रोग है जिसमें शरीर का रोग प्रतिरक्षा तंत्र प्रभावित होता है। इसके लिए विभिन्न इलाज उपलब्ध है,जो प्रभावशाली है।

डॉक्टर चंद्र प्रकाश चौहान,डॉक्टर मंजू लता वर्मा तथा डॉक्टर आनंद लांमोरिया ने भी विटिलिगो के मरीजों के विभिन्न भ्रांतियां दूर करते हुए उपलब्ध इलाज के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

यह भी पढ़ें – भारत विकास परिषद का सेवा एवं पर्यावरण पखवाड़ा 27 जून से

संगोष्ठी में एमडीएम अस्पताल के अधीक्षक एवं सीनियर प्रोफेसर डॉक्टर नवीन किशोरिया,पूर्व प्रिंसिपल तथा सीनियर प्रोफेसर डॉक्टर दिलीप कछावा,विभागाध्यक्ष एवं प्रोफेसर डॉक्टर पंकज राव, सीनियर प्रोफेसर डॉक्टर विनोद जैन, एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर चंद्र प्रकाश चौहान,असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर मंजू लता वर्मा एवं असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ आनंद लामोरिया ने भाग लिया। इसके साथ इसमें विटिलिगो के मरीज,उनके परिजन व आमजन ने भी इस संगोष्ठी में भाग लिया।