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ग्रामीण महिलाएं सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ें-डॉ रूमा देवी

  • अरबन हाट में राजीविका का संभागस्तरीय मेला जारी
  • डॉ.रूमा देवी ने किया मेले का अवलोकन
  • राजीविका दस्तकारों से हुई रूबरू हुई रूमा देवी
  • ग्रामीण महिलाएं सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ें-डॉ रूमादेवी
  • जोधपुर वासियों से मेले में आने की अपील
  • दस्तकारों का मनोबल बढ़ाएं

जोधपुर,हस्तशिल्प के माध्यम से महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में देश विदेश में विख्यात डॉ.रूमा देवी ने सोमवार को जोधपुर अरबन हाट में राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद (राजीविका) की ओर से आयोजित 5 दिवसीय संभागस्तरीय मेले का अवलोकन किया और संभाग के दस्तकारों और स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से चर्चा की। अवलोकन के दौरान उन्होंने प्रत्येक स्टॉल पर पहुंचकर उनके उत्पादों के बारे में जानकारी ली और इन्हें बाजार में प्रतिस्पर्धी और बेहतर बनाने के लिए सुझाव दिए।

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बेहतरीन प्लेटफॉर्म का पूरा उपयोग कर आगे बढ़ें

डॉ.रूमा देवी ने मेले में आये हुए राजीविका के समूहों और आर्टिजन्स को संबोधित करते हुए कहा कि राजीविका ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को एक बेहतरीन प्लेटफार्म उपलब्ध करवा रहा है। हमें मिलकर अधिक से अधिक महिलाओं और स्वयं सहायता समूहों को इन गतिविधियों से जोड़ कर स्वरोजगार के माध्यम से उनका आर्थिक एवं सामाजिक सशक्तिकरण करने आगे आने की आवश्यकता है।

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उपलब्ध अवसरों को भुनाएं

उन्होंने विपणन के गुर सिखाते हुए कहा कि हमें उत्पाद की बाजार तक पहुँच बढ़ानी है तो उत्पाद की ब्रांडिंग और पैकेजिंग को बेहतर करना होगा। हमें दृष्टिकोण बदलना होगा कि हमारे पास कुछ नहीं बल्कि हमारे पास जो अवसर हैं उन्हें भुनाकर सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ना होगा। समर्पण भाव और कड़ी मेहनत करके ही हम अपनी मंजिल को प्राप्त कर सकते हैं।

डॉ.रूमा देवी ने जोधपुरवासियों से अपील करते हुए कहा कि सभी नागरिकों को मेले में आकर हस्तशिल्प उत्पादों का क्रय करके दस्तकारों और आर्टिजंस का मनोबल बढ़ाना चाहिए।

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राजीविका के जिला परियोजना प्रबंधक तेजसिंह राठौड़ ने संबोधित करते हुए कहा कि डॉ.रूमा देवी हम सभी के लिए एक प्रेरणास्रोत हैं। सभी महिलाएं रूमा देवी की तरह अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करते हुए उपलब्धियां हासिल कर सकती हैं। उन्होंने उत्पादों के विपणन,गुणवत्ता संवर्धन,पैकेजिंग,उत्पादों के समुचित विज्ञापन आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

मंगल,बुध को भी जारी रहेगा मेला

आगामी 15 मार्च तक चलने वाले इस मेले के अवलोकन एवं खरीदारी का समय प्रातः 9 बजे से रात्रि 10 बजे तक निर्धारित है। इस मेले में संभाग के विभिन्न जिलों से आए दस्तकारों द्वारा लगाए गए 30 स्टॉल पर दस्तकार अपने-अपने उत्पादों के साथ भाग ले रहे हैं। इनके स्टॉल्स में भीनमाल की जूतियाँ,हस्तनिर्मित सामग्री,हैण्डीक्राफ्ट,कशीदाकारी, विभिन्न प्रकार के परिधान,खाद्य सामग्री,काचरे का जूस,आँवले के लडडू,केरु के बाजरे के बिस्किट एवं कुरकुरे,सालावास की दरियां,बड़ी राबोड़ी,केर सांगरी,आर्टिफिशियल ज्वैलरी,सजावटी सामान आदि कई प्रकार के उत्पादों का विक्रय उचित दर पर किया जा रहा है। इसके साथ ही खाने-पीने के स्टॉल्स पर में पानी पूड़ी, बाजरे की राबड़ी का भी मेले में रसास्वादन किया जा सकता है।

कार्यक्रम में राज्य परियोजना प्रबंधक आनंद शर्मा,दयाशंकर माथुर,छोटू राम कुमावत,भगवान सिंह राजपुरोहित सहित राजीविका कार्मिक एवं दस्तकार उपस्थित थे।

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