रेलवे ने चालू वित्त वर्ष में माल ढुलाई से कमाए साढ़े दस अरब
- व्यवसाय विकास इकाई ने कर दिखाया कमाल
- अर्जित राजस्व गत वर्ष से साठ फीसदी ज्यादा
- बढ़ रही चाइना क्ले की मांग
जोधपुर, उत्तर-पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल ने चालू वित्तीय वर्ष में माल ढुलाई से साढ़े दस अरब का राजस्व अर्जित कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। जुटाया गया राजस्व पिछले वर्ष की तुलना में साठ फीसदी अधिक है। मंडल रेल प्रबंधक गीतिका पांडेय ने शुक्रवार को बताया कि कोरोना काल में जब रेलवे की यात्री आय में गिरावट दर्ज की गई ऐसे में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव के निर्देशानुसार रेलवे ने व्यवसाय विकास इकाई गठित कर अपना ध्यान व्यवसाय पर केंद्रित किया, जिसके सकारात्मक परिणाम मिलने लगे हैं। उन्होंने बताया कि इस मद से मण्डल को देश के विभिन्न हिस्सों में माल ढुलाई करने से 10.53 अरब रुपये का उल्लेखनीय राजस्व प्राप्त हुआ है। जो गत वर्ष की तुलना में बहुत अधिक है। पांडेय का कहना है कि व्यवसाय विकास इकाई से न सिर्फ रेलवे को राजस्व हासिल होने लगा है बल्कि व्यापारियों को भी माल ढुलाई का सुगम व शीघ्र यातायात उपलब्ध हुआ है।
पांडेय ने कहा कि जोधपुर मंडल अपने विपणन प्रयासों से माल भाड़ा आय अर्जन करने में सफल रहा है। उन्होंने बताया कि जोधपुर मंडल प्राकृतिक खनिजों का भंडार है और यहां के लाइम स्टोन,नमक और अन्य खनिज तत्वों का लदान वेगन में होता है और वह जैसलमेर, नागोर, खजवाना, मेड़ता सिटी व गोटन इत्यादि माल ढुलाई केंद्रों से देश के विभिन्न हिस्सों में जाता है।
मंडल रेल प्रबंधक ने बताया कि मारवाड़ के खनिज तत्वों में चाइना क्ले बेहद उपयोगी और मशहूर है लेकिन ढुलाई की दिशा में अब तक अछूता रहा। अब मांग के अनुरूप इसकी ढुलाई शुरू की जा चुकी है इससे रेलवे को काफी आय होना शुरू हुई है। इस कार्य का और भी विस्तार किया जाएगा। उनका कहना है कि रेलवे ने टीम वर्क और व्यवसाय इकाई के माध्यम से रेलवे को अपनी आमदनी बढ़ाने का नया विकल्प मिला है। इसके तहत स्थानीय स्तर पर व्यापारियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है जिसके सकारात्मक परिणाम मिलने लगे हैं।
अब नेपाल जा रहा है मेड़ता का चाइना क्ले
उत्तर-पश्चिम रेलवे के मेड़ता सिटी माल ढुलाई केंद्र से अब चाइना क्ले नेपाल जाएगा।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक धीरुमल ने बताया कि मेड़ता सिटी से नेपाल के बीरगंज के लिए चाइना क्ले के 42 वैगन की गाड़ी रवानगी के लिए तैयार है। उन्होंने बताया कि मंडल को अब प्रत्येक माह बांग्ला देश और नेपाल के लिए एक-एक रेक के लदान होने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि जोधपुर के गोटन-मेड़ता सिटी के बीच इन्दावड़ गांव चाइना क्ले इसके उत्पादन का प्रमुख केंद्र है।
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