शोध से आयुर्वेद के वैज्ञानिक पक्ष को समृद्ध करने की आवश्यकता- प्रो.प्रजापति
शोधपत्र लेखन विषयक छह दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला सम्पन्न
जोधपुर,शोध से आयुर्वेद के वैज्ञानिक पक्ष को समृद्ध करने की आवश्यकता- प्रो.प्रजापति। राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस- 2023 समारोह के अन्तर्गत मास पर्यन्त आयोजित हो रहे कार्यक्रमों की कड़ी में डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर के मानव संसाधन विकास केन्द्र के तत्वावधान में शोधपत्र लेखन विषयक छहदिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला शनिवार को समारोहपूर्वक सम्पन्न हुई। समापन समारोह के मुख्य अतिथि आईसीएमआर नई दिल्ली के पूर्व वरिष्ठ वैज्ञानिक तथा अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान नई दिल्ली के रिसर्च एडवाइजर डॉ.अनिल कुमार ने कहा कि विभिन्न प्रकार की रिसर्च की गाइड लाइन का शोधकार्यों में पालन करते हुए आयुर्वेद में अनुसंधान को उच्चस्तरीय जर्नल में प्रकाशित कर सकते हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कुलपति प्रो.(वैद्य) प्रदीप कुमार प्रजापति ने कहा कि वर्तमान में आयुर्वेद के विकास में हो रहे शोधकार्यों का रिसर्च के प्रोटोकॉल के साथ शोधपत्रों लेखन एवं उनके बहुचर्चित विख्यात जर्नल्स में प्रकाशन से आयुर्वेद के वैज्ञानिक पक्ष को निरन्तर समृद्ध किया जा सकता है।
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मानव संसाधन विकास केन्द्र के निदेशक एवं इस कार्यशाला के आयोजन अध्यक्ष डॉ.राकेश कुमार शर्मा ने बताया कि इस छह दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला में 337 संभागियों ने पंजीयन कराया तथा सोशल मीडिया पर देश के लगभग 2000 व्यक्तियों ने वैज्ञानिक सत्रों के आयोजित व्याख्यानों में भाग लिया। सभागार में आयोजित विभिन्न वैज्ञानिक सत्रों में शोधपत्र लेखन एवं प्रकाशन के विभिन्न महत्त्वपूर्ण पहलूओं पर व्याख्यान दिये गये जिनका फेसबुक एवं यूटयूब पर लाइव प्रसारण किया गया। छह दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला में विख्यात आयुर्वेदज्ञ एवं गुजरात आयुर्वेद विश्वविद्यालय जामनगर पूर्व कुलपति प्रो.एसएस सावरीकर, अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान नई दिल्ली के रिसर्च एडवाइजर डॉ. अनिल कुमार,बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के डॉ.रोहित शर्मा एवं आईआईटी जोधपुर में बायो साइंसेज एंड बायो इंजीनियरिंग विभाग की प्रो. सुष्मिता झा द्वारा विभिन्न वैज्ञानिक सत्रों में शोधपत्र लेखन एवं प्रकाशन विधि विषयक विभिन्न पक्षों पर अतिथि-व्याख्यान एवं दो दिन का प्रेक्टिकल सेशन का भी आयोजन किया। समारोह में कुलपति प्रो. प्रजापति के कार्यकाल के एक वर्ष सफलता पूर्वक पूर्ण होने विश्वविद्यालय के शिक्षक गणों के द्वारा स्वागत किया गया। कार्यक्रम का संचालन रेजिडेंट डॉ.साक्षी व डॉ. खुशबू ने किया एवं आयोजन सचिव डॉ.मनीषा गोयल ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में आयोजन समिति के अध्यक्ष एवं निदेशक,मानव संसाधन विकास केन्द्र डॉ.राकेश कुमार शर्मा,आयोजन सचिव डॉ. मनीषा गोयल,डॉ.हेमन्त कुमार, आयोजन सहसचिव डॉ.रवि प्रताप सिंह,डॉ.हेमन्त राजपुरोहित,आयोजन समन्वयक डॉ.रमेश कॉस्वा,डॉ.हेमेन्द्र वर्मा,आयोजन सह-समन्वयक स्नातकोत्तर अध्येता डॉ.खुशबु शर्मा, डा.कंचन शर्मा,डॉ.अभिषेक शर्मा,डॉ नीलम धाभाई,डॉ.प्रकृति पंवार,डॉ साधना शर्मा,डॉ.साक्षी भटनागर,डॉ. धमेन्द्र,डॉ.संजय एवं डॉ.जागृति का सहयोग रहा।कार्यक्रम में डीन रिसर्च प्रो.प्रेम प्रकाश व्यास,शल्य तंत्र विभागाध्यक्ष प्रो.राजेश गुप्ता,पंचकर्म विभागाध्यक्ष डा.ज्ञानप्रकाश शर्मा, नर्सिंग प्राचार्य डॉ दिनेश रॉय,डॉ हरीश सिंघल,डॉ दिनेश शर्मा,डॉ मनोज अदलखा सहित बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय के आयुर्वेद,होम्योपैथी एवं योग एवं नैचुरोपैथी महाविद्यालयों के शिक्षक सहित स्नातकोत्तर तथा पीएचड़ी अध्येतागण उपस्थित थे।
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