आगामी नहर बंदी के दौरान उचित प्रबंधन के लिए बैठक आयोजित
जल की उपलब्धता सुनिश्चित कराना प्राथमिकता
जोधपुर, नहरबंदी क्लोजर कार्यक्रम के दौरान संभाग में पेयजल आपूर्ति के व्यवस्थाओं के संबंध में संभागीय आयुक्त डॉ राजेश शर्मा द्वारा अपने कक्ष में जिलों में पेयजल व्यवस्था, जल जीवन मिशन के अंतर्गत संभाग के जिलों में किए जा रहे कार्यों और आगामी महीनों में पाली जिले में पेयजल व्यवस्था के सम्बंध में समीक्षा बैठक ली।
उल्लेखनीय है कि आगामी मार्च से इंदिरा गांधी मुख्य नहर आईजीएनपी में साठ दिवसीय नहर बंदी कार्यक्रम प्रस्तावित है। जिस के संदर्भ में डॉ शर्मा ने जल संसाधन व जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों की गुरूवार को समीक्षा बैठक ली। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को आगामी नहर बंदी के लिए आपसी समन्वय स्थापित कर उचित प्रबंधन के दिशा निर्देश दिए। बैठक में जिला कलेक्टर जोधपुर हिमांशु गुप्ता ने संभागीय आयुक्त को नेहरबंदी कार्यक्रम के दौरान जोधपुर की पेयजल व्यवस्था व प्रबंधन की जानकारी दी तथा उन्होंने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर पाली जिले को जोधपुर द्वारा जल परिवहन व पाईप लाईन के माध्यम से जल उपलब्ध करवा दिया जाएगा।
बैठक में उपस्थित जिला कलेक्टर पाली नमित मेहता ने संभागीय आयुक्त को पाली जिले की पेयजल व्यवस्था व नहरबंदी कार्यक्रम के दौरान पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित कराने के लिए प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं की जानकारी दी। कलेक्टर पाली ने कहा कि पाली जिले में जल की उपलब्धता सुनिश्चित कराना हमारी प्राथमिकता है तथा इसी क्रम में प्रशासन द्वारा सुनियोजित रणनीति बनाई गई है जिसके अनुसार कार्य किया जाएगा।
क्लोजर के दौरान पाली जिले में जवाई बांध के अतिरिक्त जलापूर्ति के लिए कुड़ी से रोहिट तक पाइप लाइन की मरम्मत का कार्य आगामी 31 मार्च तक पूर्ण किया जाएगा साथ ही नई पाइप लाइन के लिए प्रस्ताव भेज इस संबंध में निविदाएं आमंत्रित की जाएंगी ताकि इस समस्या का एक स्थाई समाधान हो सके। उन्होंने बताया की क्लोजर के दौरान जिले को 20 एमएलडी जल की आवश्यकता रहेगी जिसमें से 7 एमएलडी की व्यवस्था जल परिवहन द्वारा व 5 एमएलडी बानियावास बांध द्वारा 2 एमएलडी स्थानीय जल स्तोत्र द्वारा 2 एमएलडी आहोर रूट या भादरा जूनिया द्वारा सुनिश्चित की जाएगी।
संभागीय आयुक्त ने भू-जल विभाग को निर्देशित किया कि वे पाली जिले की पेयजल व्यवस्था के संबंध में अतिशीघ्र सिंधु बांध संबंधित पेयजल उपलब्धता की वास्तविक रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने जल संसाधन व जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को प्रस्तावित नहर बंदी के दौरान पाली जिले की पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित करने के संबंध में ब्लॉकवार विस्तृत रिपोर्ट बनाने के निर्देश दिए। डॉ शर्मा ने पीएचईडी को सभी वैकल्पिक संसाधनों से संबंधित एक्शन प्लान बनाने के निर्देश देते हुए कहा कि संबंधित अधिकारी क्लोजर के दौरान ट्रेन ट्रांसपोर्टेशन व पाइप लाइन से होने वाली जलापूर्ति के प्रस्तावित प्लान पर काम करें।
उन्होंने उपस्थित अन्य जिलों के संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने जिले की पेयजल आवश्यकता की एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करें तथा इस संबंध में उपलब्ध संसाधनों पर आधारित रणनीति बनाएं। अतिरिक्त मुख्य अभियंता पीएचईडी विनोद भारती ने संभागीय आयुक्त को बताया कि क्लोजर के दौरान पाली जिले के सुमेरपुर, फालना, रानी, सोजत, जैतारण क्षेत्रों की पेयजल आपूर्ति के लिए स्थानीय ट्यूबबैल तथा पेयजल परिवहन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। आवश्यकता पड़ने पर स्थानीय कुएं किराए पर या अधिकृत कर लिए जाएंगे। उन्होंने रोहिट के बारे में बताया कि रोहिट की जलापूर्ति के लिए इस समय खारडा बांध के जल का उपयोग किया जा रहा है जो आगामी 31 मार्च तक पर्याप्त रहेगा।
संभागीय आयुक्त ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि दांतीवाड़ा से सोजत ब्लॉक तक नई पाइप लाइन बिछाई जाए तथा इस संबंध में निविदा प्रक्रिया आरंभ की जाए। उन्होंने भू-जल विभाग को पाली जिले का ब्लॉकवार सर्वेक्षण कर विस्तृत रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। विशेष तौर पर भू-जल विभाग को सोजत सिटी और सोजत रोड की भू-जल रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए। बैठक में अधीक्षण अभियंता भू-जल विभाग, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, वाटर रिसोस डवलपमेंट के अधिकारी उपस्थित थे।
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