जोधपुर, श्रीपुष्टिकर श्रीपुरोहित सूरजराज रूपादेवी स्मृति महिला महाविद्यालय, सिवांचीगेट के प्रेक्षागृह में गूंज 2021 के तहत सात दिवसीय कार्यशाला के अंतर्गत साइबर ब्रांच के उपनिरीक्षक दिनेश डांगी का व्याख्यान हुआ। इस अवसर पर दिनेश डांगी का स्वागत डाॅ. माधव देव बोहरा ने किया। गूँज-2021 के तहत चल रही सात दिवसीय कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते डाॅ. बोहरा ने कहा कि साइबरअपराध इंटरनेट से किया जाने वाला प्रचलित अपराध है।

वर्तमान में विभिन्न अपराध अर्थात पहचान की चोरी, फिसिंग, मेलवेयर अटैक,एटीएम धोखा,साइबर हैरेशमेंट, पोर्नोग्राफी,पाइरेसी इत्यादि है। सभी को इससे बचने के लिए नेटवर्क सिक्योरिटी क्लाउड सुरक्षा, सूचना सुरक्षा, एैड यूजर सिक्योरिटी, एप्लीकेशन सिक्योरिटी की आवश्यकताहै। इस अवसर पर दिनेश डांगी ने कहा कि साइबर अपराध तकनीकी प्रगति का परिणाम है।

यह एक बहुत ही खतरनाक अपराध की श्रेणी में आता है। इसमें इंटरनेट और कम्प्यूटर का उपयोग शामिल है।हालांकि प्रारंभिक चरण में यह साइबर अपराध पकड़ा नहीं जा सकता, लेकिन अपने परिणामों के साथ यह सभी की नज़र में आ जाता है। इसके माध्यम से डेटा और जानकारी का अवैध हस्तांतरण आसानी से किया जाता है। जो किसी व्यक्ति या समूह के लिए गोपनीय और बहुमूल्य हो सकता है।

उन्होंने साइबर क्राइम से बचने के उपयों की चर्चा की। इसके तहत सोशियल मीडिया पर अपनी निजी तस्वीर डालने से बचने तथा सोशियल मीडिया के माध्यम से अपने निजी दस्तावेज को अपलोड न करने की सलाहदी। सुरक्षा जागरूकता पर ध्यान देना अत्यावश्यक है, क्योंकि रोकथाम इलाज से बेहतर है खास कर तब जब इलाज उपलब्ध न हो। कार्यक्रम में डाॅ. पूजापुरोहित, ई. सुमीत बिस्सा एवं खालिद अली उपस्थित थे।

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