- विष्णु नगर कापरडा (बिलाड़ा) व गादेरी (भोपालगढ) की सरहद पर शिकार की दो घटना
- घायल कृष्ण मृग को इलाज के लिए जोधपुर लाए
- कृष्णमृग का एक्सरे करवा कर गोली निकाली
- वन विभाग को मौके पर बुलाया गया
- रेंजर शंकर लाल सोनी मौका मुआयना कर घटना का पता लगाने में जुटे हुऐ हैं
- बिश्नोई टाइगर्स वन्य एवं पर्यावरण संस्थान,बिश्नोई टाइगर फोर्स प्रदेशाध्यक्ष रामपाल भवाद ने किया रोष प्रकट
जोधपुर जिले के ग्रामीण एरिया में नील गाय और कृष्णमृग का शिकार किए जाने का मामला सामने आया है। इसको लेकर ग्रामीणों ने रोष जताया है। जिले के विष्णु नगर कापरडा (बिलाडा) व गादेरी (भोपालगढ) की सरहद में काले हिरण तथा नील गाय (रोजडा) का शिकार की दो अलग अलग घटना हुई।
बिलाडा रेंज के विष्णुनगर (कापरडा) की सरहद में घायल अवस्था में मिला कृष्ण मृग, पर्यावरण प्रेमी अनिल जाणी, सुनिल ढाका, जीयाराम व अन्य ने मिलकर घायल हिरण को पहले घर पर लाकर बचाव व उपचार करने की कोशिश की। फिर बिलाड़ा वन विभाग को मौके पर बुलाया गया। घायल कृष्ण मृग को इलाज के लिए जोधपुर रेस्क्यू करवाया। हिरण के शरीर पर एक गहरा घाव भी था। घटना की सूचना बिश्नोई
टाइगर्स फोर्स जिला सचिव इन्द्रजीत गीला को मिलने पर तुरंत ही क्षेत्रीय वन अधिकारी को सूचित करने पर हुई कार्यवाई के तहत घायल काले हिरण का रातानाडा स्थित राजकीय पशु चिकित्सालय में एक्स-रे करवाकर माचिया रेस्क्यू सेंटर मे पशु चिकित्सक घायल कृष्णमृग का इलाज कर रहे है। गौरतलब है कि विष्णुनगर के आसपास काले हिरण बहुतायत पाये जाते हैं यहां पर कई बार हिरण शिकार के मामले सामने आ चुके हैं। बिलाड़ा वन विभाग के रेंजर शंकरलाल सोनी मौका मुआयना कर घटना का पता लगाने में जुटे हुए हैं।
नील गाय का भी शिकार
भोपालगढ रेंज के गादेरी गांव की सरहद में नील गाय (रोजड़ा) का भी शिकार किया गया। बिश्नोई टाइगर्स फोर्स के वरिष्ठ सदस्य शोभाराम देवड़ा को शिकार की सूचना मिलने पर रेंज के कार्यवाहक क्षेत्रीय वन अधिकारी बलदेव चौधरी को सूचित किया गया। रात्रि में घटनास्थल पर पहुंचे वनकर्मियों ने वन्य जीव मॄत नील गाय (रोजड़े) को बरामद कर कार्रवाई शुरू की। वन विभाग की टीम को देखकर शिकार के आरोपी रात के अंधेरे का फ़ायदा उठाकर मौके से भाग छूटे। निशानदेही के आधार पर एक ट्रेक्टर बरामद किया गया।
जोधपुर में कराया पोस्टमार्टम
पोस्टमार्टम के लिए शनिवार को भोपालगढ रेंज में तीन डाक्टर का बोर्ड नहीं बनने के कारण मृत नील गाय को जोधपुर भेज दिया गया। वन विभाग व पुलिस सयुंक्त रूप से वन बागरियों के डेरों में तलाशी अभियान चलाया गया। परन्तु शिकार के आरोपी पकड़ में नही आ पाए। इधर बिश्नोई टाइगर्स वन्य एवं पर्यावरण संस्थान बिश्नोई टाइगर फोर्स प्रदेशाध्यक्ष रामपाल भवाद ने दो अलग-अलग स्थानों पर हुई घटनाओं पर रोष प्रकट किया। बिश्नोई टाइगर्स फोर्स जिला महासचिव भरत खेड़ी, सचिव इन्द्रजीत गीला, भोपालगढ मंडल अध्यक्ष कालूराम हिगोली, राजेश सारण सहित वन एवं वन्य जीव प्रेमियों ने वन विभाग की ढीले-ढाले रवैए पर नाराजगी जताई तथा शिकार के आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की है।