हस्तशिल्प उत्पादों की निर्यात क्षमता पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित
जोधपुर,हस्तशिल्प उत्पादों की निर्यात क्षमता पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित। भारत के उत्पादों की निर्यात क्षमता पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन जोधपुर के होटल श्रीराम एक्सीलेंसी में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय (MSME),भारत सरकार के तत्वावधान में 8 दिसंबर को सफलतापूर्वक आयोजित किया गया।
यह भी पढ़ें – 2 हजार मेगावाट के सोलर पार्क को मिली मंजूरी-नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री
इस कार्यक्रम में देशभर के 200 से अधिक निर्यातकों ने भाग लिया और इसका उद्देश्य भारतीय उत्पादों की वैश्विक व्यापार संभावनाओं को बढ़ावा देना और उनकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में उपस्थिति को सुदृढ़ करना था। यह कार्यक्रम MSME,भारत सरकार द्वारा प्रायोजित और राष्ट्रीय हथकरघा और हस्तशिल्प विकास परिषद (NCHHD) द्वारा क्रियान्वित किया गया। इसका उद्देश्य भारतीय उत्पादों के लिए वैश्विक निर्यात बाजारों में नए रास्ते खोलना था। कार्यक्रम में लाभार्थियों को जुटाने में हस्तशिल्प सेवा केंद्र,जोधपुर द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सम्मेलन में जर्मनी,मॉरीशस और मलेशिया से विशिष्ट विशेषज्ञों ने भाग लिया। इन विशेषज्ञों ने उभरती निर्यात संभावनाओं, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में आने वाली चुनौतियों, और इन समस्याओं के समाधान के लिए नवाचारों पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। निर्यात रणनीतियों को बेहतर बनाने और भारतीय उत्पादों की वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाने के लिए नवीनतम रुझानों और प्रथाओं पर भी चर्चा की गई।
विशेष अतिथियों में डॉ.भरत दिनेश, घनश्याम ओझा,रईस अहमद, शामिल थे। इन वक्ताओं ने निर्यात प्रथाओं को सुधारने और बाजार तक पहुँचने के लिए अपने अनुभव और ज्ञान को साझा किया।
कार्यक्रम में वीपी ठाकुर,कार्यकारी निदेशक,NCHHD और फ़ज़ल, तकनीकी सलाहकार,NCHHD, हेमंत शर्मा,अनुभाग अधिकारी,तरुण भटनागर भी उपस्थित थे। उन्होंने कार्यक्रम में महत्वपूर्ण योगदान दिया। प्रतिभागियों ने सम्मेलन की सराहना की और इसमें भाग लेने वाले विशेषज्ञों से विचार-विमर्श किया।