जीएसटी अधीक्षक जालोर रेंज को एक लाख की रिश्वत लेने के आरोप में पकड़ा

फर्म को रिएक्टिवेट करने के नाम पर मांगे दो लाख रुपए

जोधपुर, भ्रष्टचार निरोधक ब्यूरो ने बुधवार को जालोर रेंज के केंंद्रीय वस्तु एवं सेवाकर के अधीक्षक को एक लाख रूपए की रिश्वत लिए जाने के आरोप में पकड़ा है। साथ में एक अन्य व्यक्ति बिचौलियां भी पकड़ा गया है। जबकि एक की तलाश की जा रही है। रिश्वत की राशि एक फर्म को एक्टिवेट करने के नाम पर ली गई।

ब्यूरो के डीआईजी कैलाश विश्रोई ने बताया कि जालोर जिले के कोतवाली थानान्तर्गत हनुमान नगर के रहने वाले खेमराज पुत्र प्रभुपुरी की तरफ से मंगलवार को एक शिकायत जालेारी एसीबी कार्यालय में दी गई। इसमें बताया कि वह जयगुरू देव नाम से ग्रेनाइट की फर्म चलाता है। जिसका जीएसटी 2021-22 नहीं भरे जाने पर उसे डिएक्टिवेट कर दिया गया था। इस पर वह जीएसटी अधीक्षक जालोर रेंज के श्योराम मीणा से मिला। तब उन्होंने फर्म को रिएक्टिवेट के नाम पर दो लाख रूपयों की रिश्वत मांगी। बाद में विनती करने पर एक लाख रूपयों के लिए राजी हुए।

ब्यूरो के डीआईजी कैलाश विश्रोई ने बताया कि शिकायत का सत्यापन होने पर आज ट्रेप का आयोजन किया गया। इस पर परिवादी खेमराज रिश्वत राशि लेकर पहुुंचा तब उसे कहा गया कि राशि एसआर ब्रदर्स पेट्रोल पंप के लेखाकार नितेश गौड़ को दे दी जाए। मगर नितेश वहां नहीं मिलने पर फोन पर नितेश ने पेट्रोलपंप के सैल्समैन को यह रिश्वत की राशि को देने को कहा। इस पर बाद में यह रिश्वत राशि सैल्समैन करताराम चौधरी को दी। इस पर इशारा पाकर एसीबी टीम ने करताराम को पकड़ लिया। जीएसटी अधीक्षक श्योराम मीणा को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। लेखाकार नितेश अब फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है।

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