रेलवे को राजस्थान ऊर्जा संरक्षण का प्रथम पुरस्कार

रेलवे को राजस्थान ऊर्जा संरक्षण का प्रथम पुरस्कार

-वरिष्ठ बिजली इंजीनियर चौधरी ऊर्जा मंत्री के हाथों पुरस्कृत
-एक लाख यनिट बिजली बचाई नागौर रेलवे स्टेशन ने

जोधपुर,प्रदेश में ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान पर उत्तर- पश्चिम रेलवे को घोषित पहला पुरस्कार बुधवार को ऊर्जा मंत्री भंवरसिंह भाटी ने प्रदान किया।
ऊर्जा दिवस के उपलक्ष्य में जयपुर में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में भाटी ने वर्ष 2021-2022 के दौरान एक लाख से भी अधिक बिजली बचाने पर उत्तर-पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल के नागौर रेलवे स्टेशन का प्रथम पुरस्कार वरिष्ठ मंडल बिजली इंजीनियर विजय चौधरी को देकर सम्मानित किया। पुरस्कार स्वरूप शील्ड व प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया गया।

ऊर्जा मंत्री भाटी ने इस अवसर पर ऊर्जा राजस्थान में ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में रेलवे के योगदान की सराहना की और कहा कि रेलवे द्वारा इस संबंध में किए जा रहे नवाचारों का अन्य विभागों को भी अनुसरण करना चाहिए क्योंकि बिजली एक मूलभूत सुविधा है और सरकार सबको पर्याप्त बिजली उपलब्ध कराने को कृत संकल्प है और इसके संरक्षण के उपाय आवश्यक है। इधर जोधपुर मंडल के नागौर रेलवे स्टेशन को राजस्थान ऊर्जा संरक्षण-2022 का प्रथम पुरस्कार मिलने पर मंडल रेल प्रबंधक गीतिका पांडेय ने प्रसन्नता जताते हुए बिजली शाखा और रेल कर्मचारियों को इस उपलब्धि पर बधाई दी है। पांडेय ने कार्मिकों से इसी तरह कार्य करते हुए राष्ट्रोत्थान में सहयोग की अपील की। इसके साथ ही मंडल के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस उपलब्धि पर वरिष्ठ मंडल बिजली इंजीनियर विजय चौधरी को बधाई दी और उनके नेतृत्व की सराहना की।

लगातार चौथा पुरस्कार:-
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में जोधपुर मंडल का पिछले कई वर्षों से सराहनीय योगदान रहा है तथा इस उपलब्धि पर 2019 में जोधपुर रेलवे स्टेशन को प्रथम,2020 में मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय को प्रथम व कोच केयर कॉम्प्लेक्स बिल्डिंग को द्वितीय तथा 2021 में जोधपुर मंडल रेलवे अस्पताल को प्रथम और बाड़मेर रेलवे स्टेशन को प्रशस्ति-पत्र मिल चुका है।

इन नवाचारों के कारण मिला प्रथम पुरस्कार:-
विगत वर्ष के दौरान नागौर रेलवे स्टेशन की बिल्डिंग पर लगी पुरानी मेटल हैलाइड लाइट्स को प्रोग्रामेबल रंगीन एलइडी फसाड लाइट्स द्वारा रिप्लेस किया गया। साथ ही यात्रियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने हेतु नागौर रेलवे स्टेशन के कोन्कोर्स हॉल में लगे विभिन्न छत पंखों एवं वॉल माउंटेड पंखों की जगह ऊर्जा दक्ष एचवीएलएस (हाई वॉल्यूम लो स्पीड) फैन लगाया गया एवं ऊर्जा संरक्षण हेतु पुराने पम्पिंग इंस्टालेशन को सोलर पंप में बदला गया। इसके अतिरिक्त जोधपुर रेल मंडल के सभी स्टेशनों,कार्यालयों,सर्विस बिल्डिंग, अस्पताल,रेल आवासों में शत प्रतिशत एलईडी लाइट का प्रावधान,3 अथवा 5 स्टार रेटिंग के बिजली उपकरणों का उपयोग,मोबाइल द्वारा सभी पंप का केंद्रीयकृत नियंत्रण,सभी हाई मास्ट लाइट तथा कॉलोनी स्ट्रीट लाइट का एस्ट्रोनॉमिकल टाइमर द्वारा नियंत्रण आदि सराहनीय कदम उठाए गए I

बिजली ऊर्जा का अनावश्यक उपयोग को रोकने के लिए सभी कार्यालयों में की-टैग स्विच,ऑक्युपेंसी सेंसर आदि लगाए गए। अब तक जोधपुर रेलवे मंडल के 15 स्टेशनो पर सोलर हाइब्रिड पंप तथा कुल 39 स्टेशनों पर 1820 किलोवाट क्षमता के सोलर प्लांट्स लगाये गयेI

इतनी बिजली बची:-
ऊर्जा संरक्षण के विभिन्न प्रयासों द्वारा वर्ष 2021-22 के दौरान भगत की कोठी रेलवे स्टेशन पर 1.19 लाख यूनिट,मकराना रेलवे स्टेशन पर कुल 0.27 लाख यूनिट,डीआरएम ऑफिस बिल्डिंग पर कुल 0.44 लाख यूनिट बिजली की बचत की गईI इस प्रकार वर्ष 2021-22 के दौरान सम्पूर्ण रेल मंडल पर ऊर्जा संरक्षण के प्रयासों द्वारा 2.93 लाख यूनिट बिजली की बचत की गई।

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