मथुरादास माथुर अस्पताल में ब्लैक फंगस से पहली मौत !

जोधपुर, कोरोना के साथ ही अब इसके इलाज के बाद पनपने वाला ब्लैक फंगस भी जानलेवा बनता जा रहा है। जोधपुर संभाग के सबसे बड़े एमडीएम अस्पताल में रविवार सुबह ब्लैक फंगस पीड़ित एक व्यक्ति की मौत हो गई। उसका एक दिन पहले ही ऑपरेशन किया गया था। एम्स में कल पाली जिले के दो लोगों की इससे मौत हो गई थी। इससे पूर्व एमजीएच में भी एक मरीज ब्लैक फंगस से अपनी जान गंवा चुका है।

एमडीएम अस्पताल में भर्ती जोधपुर शहर निवासी 61 वर्षीय बंशीलाल की आज सुबह ब्लैक फंगस के इलाज के दौरान मौत हो गई। उसका कल ही एमडीएम अस्पताल में ब्लैक फंगस का ऑपरेशन किया गया था। हालांकि अभी यह पुष्टि नहीं हो पाई है कि उसकी मौत का एकदम क्या कारण रहा। एमडीएम में ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है। इसमें अभी पच्चीस से अधिक मरीज भर्ती हैं। अस्पताल अधीक्षक का कहना है कि ब्लैक फंगस के लिए आवश्यक इंजेक्शन पर्याप्त संख्या में उपलब्ध हैं।

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इससे पहले पाली जिले के दो मरीजों की ब्लैक फंगस (म्यूकोरमाइकोसिस) से जोधपुर एम्स में शनिवार को मौत हुई। इसमें एक की उम्र 38 साल और दूसरे की 63 साल थी। पाली के सादड़ी स्थित सरगरों वाला अरठ निवासी 38 वर्षीय युवक शुक्रवार को एम्स में भर्ती हुआ था, जिसकी शनिवार सुबह मौत हो गई थी। इसी तरह सुमेरपुर तहसील के कोलीवाड़ा के जाखोड़ा निवासी 63 साल के व्यक्ति की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद उसमें ब्लैक फंगस के लक्षण दिखने लगे। तब उसे 15 मई को जोधपुर एम्स में भर्ती करवाया गया। इसकी शनिवार सुबह मौत हो गई। दोनों ने ही वैक्सीन की डोज नहीं लगवा रखी थी।

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