वैश्विक जरूरतों और भारतीय संस्कृति के अनुकूल फैशन तकनीक विकसित हो-मिश्र
- राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान जोधपुर का वार्षिक दीक्षांत समारोह
- राज्यपाल ने 20 स्वर्ण पदक,188 को स्नातक एवं पेरा स्नातक उपाधियां प्रदान की
जोधपुर,राज्यपाल कलराज मिश्र ने मौजूदा वैश्वीकरण के युग में विविधता की संस्कृति को समाहित करते हुए ऐसी फैशन तकनीक विकसित किए जाने का आह्वान किया है जो दुनिया भर में लोकप्रिय हो। उन्होंने कहा कि विश्व भर में आज फैशन उद्योग तेजी से आगे बढ़ रहा है। ऐसे में अपने ज्ञान और प्रशिक्षण के माध्यम से फैशन प्रौद्योगिकी से जुड़े पाठ्यक्रम को वैश्विक आवश्यकता के अनुरूप युगानुकूल बना पाएंगे। राज्यपाल कलराज मिश्र ने राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान(निफ्ट) जोधपुर के वार्षिक दीक्षांत समारोह में यह उद्गार व्यक्त किए।
राज्यपाल ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया। उन्होंने भारतीय संविधान की प्रस्तावना और मूल कर्तव्यों का वाचन किया तथा दीक्षांत समारोह के शुभारंभ की घोषणा की। श्रेष्ठ प्रतिभाओं को मेडल पहनाया तथा पदकों,उपाधियों और पुरस्कारों का वितरण किया। राज्यपाल ने 20 प्रतिभाओं को स्वर्ण पदक तथा 188 छात्र-छात्राओं को स्नातक एवं पेरा स्नातक उपाधियां प्रदान की।
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आंचलिक लोक जीवन से पाएं प्रेरणा
राज्यपाल ने राजस्थान में हस्तशिल्प और फैशन के विभिन्न आयामों का जिक्र करते हुए फैशन प्रौद्योगिकी से जुड़े विद्यार्थियों से कहा कि वे राजस्थान के सुदूर अंचलों में जाएं, वहां के रहन-सहन और कताई बुनाई की परंपराओं को देखें और सांस्कृतिक संपन्नता को निहारें,इसी से नई से नई फैशन विकसित करने में और अधिक क्षमता और दिशा दृष्टि प्राप्त हो सकेगी।
युगानुकूल जरूरतों के अनुरूप कार्य जरूरी
उन्होंने यह भी कहा कि फैशन प्रौद्योगिकी में नई पीढ़ी की आवश्यकता और रुचि को जानकर उनके अनुरूप कार्य किया जाए तो फैशन प्रौद्योगिकी का और अधिक विस्तार संभव है। इसके साथ ही समसामयिक संदर्भों से जुड़े रहकर आधुनिकता के संस्कार डालते हुए नवीनतम फैशन उत्पादों को तैयार करने की जरूरत है और इसके लिए अध्ययन,मनन और बाजार की मांग इन तीनों के प्रति सजग रहते हुए यदि कार्य किया जाए तो हमेशा अच्छे परिणाम सामने आएंगे।
आम आदमी की पहुंच में हों डिजाईन
उन्होंने कहा कि परिधान एवं सजावटी वस्त्रों के अलावा कपड़ों के ऐसे डिजाईन भी संस्थान विकसित करे जो मूल्य की दृष्टि से आम आदमी की पहुंच में हों,जिनमें भारतीय संस्कृति की झलक हो,भारतीयता के मौलिक संस्कार रचे-बसे हों।
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निफ्ट की सराहना
राज्यपाल ने संस्थान द्वारा जोधपुर के फैशन उद्योग,स्थानीय उद्योग,कारीगरी शिल्पकारों आदि के विकास की दृष्टि से निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की और आह्वान किया कि संस्थान भारतीय जनमानस को समझते हुए उनके अनुरूप वस्त्र डिजाइन का देश में अग्रणी केंद्र बने।
निफ्ट जोधपुर बनाए अग्रणी पहचान
राज्यपाल ने कहा कि इस संस्थान से शिक्षित युवा भारतीय फैशन उद्योग को विश्व के उत्कृष्ट और निपुण डिजाइनर प्रदान करने वाले हों। उन्होंने आशा जताई कि फैशन प्रौद्योगिकी प्रबंधन और विनिर्माण प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी संस्थान देश का ही नहीं अपितु विश्व का उत्कृष्ट संस्थान की पहचान स्थापित करे।
उन्होंने संस्थान से प्रशिक्षण प्राप्त सभी विद्यार्थियों से कहा कि वे दीक्षान्त समारोह में ली गई शपथ का जीवन भर पालन करें और अपने व्यवसायिक कौशल व लोक मंगलकारी आचरण के माध्यम समाज तथा राष्ट्र की सेवा में जुटें।
निदेशक ने किया प्रतिवेदन प्रस्तुत
निफ्ट जोधपुर के निदेशक प्रो. जीएचएस प्रसाद ने राज्यपाल एवं अतिथियों का स्वागत करते हुए निफ्ट का अकादमिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। निफ्ट की डीन (अकादमिक) डॉ.सुधा डींगरा ने छात्र-छात्राओं को शपथ दिलाई। समारोह राज्यपाल के विशेषाधिकारी गोविन्द जायसवाल, आईआईटी जोधपुर के निदेशक प्रो. शांतनु चौधरी,निफ्ट पंचकुला के निदेशक प्रो.अमन दीप सिंह ग्रोवर, कैम्पस अकादमिक समन्वयक डॉ. शिखा गुप्ता सहित विभिन्न संकायों के अध्यक्ष,आचार्य,गणमान्य महानुभाव और अभिभावक उपस्थित थे।
समारोह का संचालन डॉ.शीतल सोनी व सोनिका ने किया। आभार प्रदर्शन निफ्ट के संयुक्त निदेशक अनिल कुमार ने किया। राज्यपाल ने दीक्षांत समारोह समापन की घोषणा की। समारोह में निफ्ट की ओर से राज्यपाल तथा अन्य अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंट किए गए।
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