जोधपुर, एक अप्रैल से कोविड-19 वैक्सीनेशन प्रोग्राम का तीसरा फेज शुरू हो रहा है। 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन लगेगी। सरकार ने 1 जनवरी 1977 कट-ऑफ डेट तय की है, यानी 1 जनवरी 1977 से पहले जन्म लिए सभी लोग कोरोना वैक्सीन लगा सकेंगे। इससे पहले 1 मार्च से शुरू हुए दूसरे फेज में 45 वर्ष से ज्यादा उम्र वालों के लिए कोमॉर्बिडिटी का क्लॉज डाला था। 20 गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 45 से 59 वर्ष के लोगों को सीनियर सिटिजन्स के साथ वैक्सीनेशन प्रोग्राम में शामिल किया था।
भारत में टीकाकरण अभियान के पहले चरण की शुरुआत 16 जनवरी 2021 से हुई थी। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों यानी डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिक्स और स्वास्थ्य से जुड़े लोगों को वैक्सीन दी गई थी।
फ्रंट लाइन वर्कर्स यानी पुलिसकर्मियों, पैरामिलिट्री फ़ोर्सेज और सैन्यकर्मियों को भी टीका लगाया गया। फिर 1 मार्च से वैक्सीनेशन का दूसरा फेज शुरू हुआ। दूसरे चरण में अब आम लोगों को वैक्सीन लग रही है।
अब तक 45 साल से ऊपर के बीमार व्यक्तियों को ही वैक्सीन लग रही थी लेकिन 1 अप्रैल से यह पाबंदी हटाकर 45 से अधिक उम्र के स्वस्थ और बीमार दोनों को ही वैक्सीन लगाई जा सकेगी।
जोधपुर में इस श्रेणी में करीब 6,39,846 लोग चिह्नित हैं। अब तक 15 हजार 45 प्लस के बीमारी से ग्रसित लोगों ने टीका लगवाया है। वैक्सीन सरकारी अस्पतालों में निशुल्क लगाई जाएगी। निजी अस्पताल में 250 रुपए प्रत्येक डोज से लगाया जा सकेगा।