जोधपुर, मारवाड़ में होली के दूसरे दिन से घर-घर,प्रत्येक मोहोल्लों में गणगौर पूजन शुरू हो गया। गवर- इसर की प्रतिमा घर लाकर श्रंगारित कर रोज पूजन किया जा रहा है। इसी के साथ ही चैत्र मास कृष्ण पक्ष की सप्तमी यानी शीतलासप्तमी से चैत्र मास शुक्ल पक्ष की तृतीया यानी चौत्र नवरात्रि की तीज पर आने वाली गणगौर तक मनाए जाने वाला घुड़ला पर्व भी महिलाओं द्वारा उत्साहपूर्वक मनाया जा रहा है।
जिसमें महिलाएं रोज सजधजकर घुड़ला अपने सिर पर धर कर मंगल गीत गाते हुए सामूहिक रूप से मौहल्ले में घूमती हुई अपने रिश्तेदारों व परिचितों के यहां जाती है । वहां अतिथि के रूप में उनका आदर सत्कार कर मान मनुहार की जा रही है। घुड़ने के दर्शन कर उस पर चढ़ावा चढ़ाते हुए लोक मंगल गीत गाते हुए सुख समृद्धि की मंगल कामना व प्रार्थना करती हैं।
पाल रोड स्थित अमृतनगर जिंदल हाउस में गीता माछर के संयोजन में क्षेत्र की महिलाएं सामूहिक गवर पूजन कर रही हैं। इस अवसर पर महिलाएं रोज सजधज कर सरकारी गाइड लाइन की पालना के साथ सामूहिक गवर पूजन कर रही हैं।इस अवसर पर ढोल-थाली की थाप पर महिलाएं गणगौर के गीतों पर नृत्य कर पूजन कर रही हैं।
गीता माछर ने बताया कि गवर पूजन कार्यक्रम में कंचन जाजू,निशा मालपाणी, रानू माछर,कमलेश गोयल,ख्याति जाजू,दरसन कंवर,दीप्ति अग्रवाल,मधु अग्रवाल,मीना लड्डड़, मीनाक्षी मोहता,मोनिका काला,सुरभि राठी,दिव्या राठी,दिव्या जिंदल,नैद्य पित्ती,रितिका,संगीता पित्ती और ज्योति लड्डड़ ने पूजन में भाग लिया।
उन्होंने बताया कि यह गवर पूजन गणगौर अनवरत जारी रहेगा।