बड़ा भाई गिरफ्तार,छोटा नाबालिग निरूद्ध
- रंजिश में खून के प्यासे परिवार
- सिर में गोली लगने से हुई अनिल लेगा की मौत
- मृत शरीर का एक्स-रे करवा मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम
- कार को जब्त किया
- हत्या के बाद फिर लौटे ढाणी पर
- खेतों में भागते पुलिस ने पकड़ा
जोधपुर,बड़ा भाई गिरफ्तार,छोटा नाबालिग निरूद्ध। शहर के निकट डांगियावास स्थित खेड़ी सालवा में गुरुवार की देर शाम को आपसी रंजिश के चलते 4-5 लोगों ने एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। वह खेड़ी सालवा में छात्र संघ के पूर्व संयुक्त महासचिव सुनील लोल के यहां पारिवारिक आयोजन में शामिल होने के लिए गया था। जहां से लौटते वक्त यह घटना हुई। हत्या के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस ने रात भर के अथक परिश्रम के उपरांत एक आरोपी को गिरफ्तार करने के साथ उसके छोटे नाबालिग भाई को निरूद्ध किया है। आरोपी घटना के बाद रात को फिर से अपनी ढाणी पर लौटे और कार को छोडऩे आए थे। मगर पुलिस ने उनका पीछा करते हुए खेतों में दस्तयाब कर लिया।
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इधर शुक्रवार की दोपहर में शव का मेेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया गया। इससे पहले मृत शरीर का एक्स रे करवाया गया ताकि पता लग सके कि कितनी गोलियां शरीर में लगी हैं। एक गोली सिर में लगना प्रांरभिक तौर पर बताया गया जो मौत का कारण बनी हैं। पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त क्रेटा कार को जब्त कर किया है। डीसीपी (पूर्व) डॉ.अमृता दुहन ने बताया कि पुरानी रंजिश के चलते सभा से लौट रहे बनाड़ निवासी अनिल लेगा पर फायरिंग की। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। दोनों ही परिवारों में लंबे समय से खूनी रंजिश चली आ रही थी। करीब 40 साल पहले जब अनिल छोटा था,तब थानाराम ने उसके दादा की हत्या कर दी थी। बचपन से ही अपने दादा की मौत का बदला मन में पाले बैठे अनिल ने साल 2018 में दादा के हत्यारे थानाराम सोऊ की हत्या कर दी। इसके बाद वह जेल चला गया। इसके बाद वह जेल से बाहर भी आ गया था। गुरुवार को अनिल लेगा पारीवारिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए खेड़ी सालवा पहुंचा। जहां पर घात लगाकर बैठे थानाराम के परिजनों ने गाड़ी से उतरकर फायरिंग की। कई राउंड फायर किए। जिसमें एक गोली अनिल के सिर में लगी। जिससे उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। डीसीपी दुहन ने बताया कि मौके पर चार खाली राउण्ड मिले हैं। वे किस हथियार से चले है इसका पता लगाया जा रहा है।
सभा से निकल कर तिराहे पहुंचते ही हुआ विवाद
अनिल पारिवारिक कार्यक्रम में शिरकत कर जब वापस रवाना हो रहा था,तब उसके साथ उसके घरवाले भी थे। जैसे ही अनिल तिराहे पर पहुंचा तभी सामने थानाराम के परिजन आ गए। उन्होंने अनिल की गाड़ी के आगे अपनी गाड़ी खड़ी कर दी। इसके बाद अनिल गाड़ी से उतरा और आपस में बोलचाल हुई। इसके बाद इनमें से एक हमलावर ने अनिल पर फायरिंग कर दी।
मृतक के भाई ने दी रिपोर्ट
मामले में मृतक के भाई जितेंद्र पुत्र पप्पाराम विश्रोई की तरफ से मामला दर्ज करवाया गया।इसमें बताया कि वह अपने परिवार सहित महादेव नगर बनाड़ रोड़ जोधपुर में निवास करता है। गुरुवार को मेरे मित्र सुनिल विश्नोई निवासी खेडी सालवा के विवाह समारोह मे शरीक होने के लिये अपने भाई अनिल विश्नोई व मित्र विकास चौधरी,पुखराज एवं सुरज भाटी के साथ अपने वाहन स्कार्पियो मे गए थे। वहां पूर्व तैयारी से बैठे विष्णु पुत्र जगदीश, सुभाष पुत्र जगदीश दोनों के पास पिस्टल थी। इन लोगों अपनी क्रेटा कार जिसके उनकी कार के आगे लगाकर गांव खेड़ी सालवा सरहद के पास अधाधुंध फायरिंग की। हमने बड़ी मुश्किल से जान बचाई। तब विष्णु ने पास में आकर अनिल के कनपटी पर जान से मारने के लिये फायर कर दिया जो अनिल मेरे भाई को लगा और वह वही ढेर हो गया, वे फोन पर भजनलाल पुत्र थानाराम, जगदीश पुत्र थानाराम,अमलुराम एवं चैनाराम पुत्र थानाराम का नाम लेकर चिल्ला-चिल्ला कर कह रहे थे कि बदला ले लिया,बदला ले लिया, चुंकि आरोपी को गलत शक था कि हमने उनके दादा की पहले हत्या कर दी थी। जिससे रंजिश रखते हुए उन्होंने मेरे भाई को जान से मार दिया।
यह है मामला
डीसीपी पूर्व डॉ.अमृता दुहन ने बताया कि 15 अगस्त 2018 की दोपहर में आरोपियों के पिता थानाराम जो 15 अगस्त का कार्यक्रम देखकर अपने पौत्र के साथ पुन: घऱ लोट रहे थे तब अनिल पुत्र पपाराम विश्नोई,जितेन्द्र पुत्र पपाराम विश्नोई,नेमाराम पुत्र भीखाराम विश्रोई, सोहनराम पुत्र राणाराम विश्नोई निवासी करवड़, बंशीलाल पुत्र मोहनराम विश्नोई निवासी लेगों की ढाणीयां, सावतियार भाकरी के पास सरहद नेतड़ा,राहुल कच्छावाह पुत्र बाबूलाल माली निवासी सांखलो का बास मण्डोर सभी ने सोची समझी रणनीति के साथ थानाराम विश्नोई के सिर में गोली मार कर हत्या की गई थी। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच आपसी रंजिश थी।
मृतक अनिल लेगा के खिलाफ नौ प्रकरण दर्ज
डीसीपी पूर्व डॉ.दुहन ने बताया कि मृतक अनिल लेगा के खिलाफ भी आपराधिक प्रकरण दर्ज हो रखे है। अब तक नौ प्रकरण सामने आए हैं। जिनमें हत्या,मादक पदार्थ तस्करी, मारपीट और हत्याप्रयास एवं एससी एसटी के दर्ज हो रखे हैं।उसके खिलाफ मंडोर,डांगियावास,कुड़ी भगतासनी,जोधपुर ग्रामीण के चामू, नागौरी गेट,रातानाडा बनाड़ एवं उदयमंदिर में प्रकरण दर्ज हो रखे हैं। ज्यादातर मामलों में पेंडिंग ट्रायल है।
थानाराम का बड़ा पौता गिरफ्तार, छोटे को किया निरूद्ध
डीसीपी दुहन ने बताया कि एक आरोपी खेड़ीसालवां निवासी विष्णु पुत्र जगदीश राम विश्नोई को दस्तयाब कर गिरफ्तार किया गया है,उसके छोटे नाबालिग भाई को निरूद्ध किया गया है। यह दोनों थानाराम के पौते हैं।
40-50 साल पहले लाठी से हत्या का लगा था आरोप
डीसीपी दुहन ने बताया कि तकरीबन 40-50 साल पहले अनिल लेगा के दादा की लाठी लगने से मौत हो गई थी। जिस पर हत्या के आरोप में थानाराम जेल जा चुके थे जो एक एक्सीडेंटल की तरह था। बाद में इस मामले में सभी आरोपी जेल से बाहर आ चुके थे। फिर अनिल लेगा ने थानाराम की वर्ष 2018 में हत्या कर दी थी।
पुलिस प्रयासरत आर्म्स एक्ट में, नवाचार हो रहा जेलों में
डीसीपी दुहन ने बताया कि पुलिस हर तरह से प्रयासरत है कि अवैध हथियारों की धरपकड़ हो। बरसों से रंजिश पालने वालों को मामलों से दूर रखने के लिए जेलों में नवाचार तो होता ही है मगर वे बाहर आकर आपरािधक पृष्ठभूमि वालों से जुड़ जाते है। गांव और कस्बों में लगी बीट कांस्टेबलों और प्रभारी को निर्देशित किया गया है वे आर्म्स के मामलों पर नजर बनाए रखें।
पुलिस की टीम में शामिल
एडीसीपी नाजिम अली,एसीपी मंडोर पीयूष कविया,डांगियावास थाना अधिकारी मनोज परिहार,डीएसटी प्रभारी एसआई कन्हैयालाल,मंडोर थानाधिकारी विक्रम सिंह, माता का थाना थानाधिकारी शिवलाल,बनाड़ थानाधिकारी सुरेद्र सिंह एवं साइबर सैल के एएसआई राकेश सिंह शामिल थे।
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