ऑनलाइन मंच पर गूंजा.. केसरिया बालम आओ नी पधारो म्हारे देश 

जोधपुर, जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के छात्र सेवा मंडल के तत्वावधान में नया परिसर स्थित कला संकाय द्वारा ऑनलाइन लोक गीत  प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न प्रतिभागियों ने सुवटिया,मोर मोरनी, देरानियां जेठाणिया, लूर, फागणिया, चिड़कली,जीरा, गोरबंद, घूमर सेनानी, मूमल, ऊंची मेड़ी आदि लोक गीतों की प्रस्तुतियां दी गई। छात्र सेवा मंडल के अध्यक्ष प्रोफेसर नरेंद्र मिश्र ने अध्यक्षीय उद्बोधन में आंचलिकता एवं लोक संस्कृति को मानव जीवन की अंतरात्मा बताया। कला संकाय की संपूर्ण टीम को सुंदर आयोजन के लिए बधाई दी। सह समन्वयक गोविंद सिंह राजपुरोहित ने बताया कि प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में मुंबई से ममता डाकलिया एवं संगीत विभाग की सहायक आचार्य डॉ भूमिका द्विवेदी थे। कमला नेहरू महिला महाविद्यालय की निदेशक एवं विश्वविद्यालय की सांस्कृतिक समन्वयक प्रोफेसर संगीता लुंकड़ व डॉ राजश्री राणावत ने अपने उद्बोधन में टीम प्रयासों की सराहना की तथा कार्यक्रम में विशेष रूप से अमेरिका से जुड़ी प्रणिता नायर, फाइन आर्ट विभाग अध्यक्ष डॉ रेनू शर्मा,राजस्थानी विभाग की अध्यक्ष डॉ मीनाक्षी बोराणा, डॉ धनंजया अमरावत, डॉ गजे सिंह राजपुरोहित एवं डॉ जया भंडारी को धन्यवाद दिया ।समन्वयक प्रोफेसर मीना बरडिया  ने बताया कि निर्णायक मंडल द्वारा  विक्रम राणा को प्रथम,अनिल कुमार को द्वितीय तथा प्रकाश कुमार को तृतीय पुरस्कार के लिए नामित किया गया। संचालन समन्वयक प्रोफेसर मीना बरडिया ने किया।

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