जोधपुर, शहर में गर्मी की दस्तक के साथ ही पेयजल संकट गहराता नजर आ रहा है। जलदाय विभाग एकांतरे पानी की सप्लाई कर रहा है तो हर माह तीन चार बार पेयजल आपूर्ति रोक के आदेश जारी कर देता है। इससे लोगों में अब परेशानी बढऩे लगी है।
बुधवार को शहर की पॉश कॉलोनी उम्मेद हेरिटेज में गर्मी बढऩे के साथ पेयजल संकट गहरा गया है। चार दिन से पानी नहीं आने से आक्रोशित कॉलोनी के लोगों ने मुख्य गेट को बंद कर बिल्डर के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया।
जलदाय विभाग का कहना है कि पर्याप्त पानी दिया जा रहा है, लेकिन बिल्डर निकट ही विकसित अन्य कॉलोनियों को पानी वितरित कर देता है। इस समस्या का समाधान बिल्डर ही कर सकता है।
उम्मेद हेरिटेज में शहर के सभी बड़े उद्यमियों के अलावा केन्द्रीय मंत्री, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक व पूर्व न्यायाधीश निवास करते है। उम्मेद भवन की तलहटी में बसी यह कॉलोनी शहर की सबसे महंगी कॉलोनी है।
इस कॉलोनी में चार दिन से पानी की आपूर्ति नहीं होने से लोग आज अपने घरों से बाहर निकल आए और उन्होंने गेट बंद कर प्रदर्शन किया। गेट बंद होने से कॉलोनी में काम करने के लिए आने वाले सभी लोग बाहर ही रह गए। कॉलोनी के लोगों ने किसी को न तो अंदर आने दिया और न ही बाहर निकलने दिया।
क्षेत्रवासियों का कथन
कॉलोनी के लोगों का कहना है कि जलापूर्ति के लिए बिल्डर और जलदाय विभाग में एक समझौता हो रखा है। इसके तहत जलदाय विभाग यहां जलापूर्ति करता है। गत चार दिन में विभाग ने पहले के समान ही जलापूर्ति की, लेकिन बिल्डर के लोगों ने इस पानी को समीप ही विकसित हुई नई कॉलोनियों को देना शुरू कर दिया।
इस कारण जल संकट खड़ा हो गया। जलदाय विभाग का कहना है कि उसके पास बिल्डर के साथ हुए समझौते की कॉपी नहीं है। कॉलोनी के निवासी यदि समझौते की कॉपी उन्हें उपलब्ध करवा दें तो वे नियमित जलापूर्ति को बरकरार रख सकेंगे।