Dr. Arvind Mathur returned after participating in the Future Summit of the United Nations

डॉ.अरविन्द माथुर संयुक्त राष्ट्र संघ के भविष्य शिखर सम्मेलन में भाग लेकर लौटे

जोधपुर,डॉ.अरविन्द माथुर संयुक्त राष्ट्र संघ के भविष्य शिखर सम्मेलन में भाग लेकर लौटे। 20 से 23 सितम्बर तक,संयुक्त राष्ट्रसंघ के न्यूयार्क मुख्यालय में सम्पन्न हुए “भविष्य के शिखर सम्मेलन” में डा.अरविन्द माथुर ने भाग लिया। इस उच्च स्तरीय सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र संघ के सदस्य देशों,ग़ैर सरकारी संगठनों, सिविल सोसाइटी संगठनों,शैक्षणिक संस्थानों तथा सार्वजनिक क्षेत्र के विशेष मान्यता प्राप्त संस्थानों के प्रतिनिधियों को आमन्त्रित किया गया था।

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जोधपुर के केयरगिवर आशा सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ.अरविन्द माथुर तथा अपूर्व माथुर भी इस शिखर सम्मेलन में आमंत्रित थे।
विश्व के देशों के नेताओं ने भविष्य के शिखर सम्मेलन में कुछ लक्ष्य निर्धारित किये हैं। जैसे-1-ग्लोबल डिजिटल कॉम्पेक्ट एंड डिक्लेरेशन ऑन फ्यूचर जेनेरेशन, 2-शान्ति व सुरक्षा, 3-सतत विकास,4-डिजिटल कॉपरेशन,5-जलवायु परिवर्तन, 6-मानवाधिकार,7-लिंग भेद,8-युवा वर्ग तथा भविष्य की पीढ़ी और 9- वैश्विक शासन में परिवर्तन की अवधारणा।

सम्मेलन के प्रारंभ,संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एन्टोनियो गुटेरस के उद्घाटन भाषण द्वारा हुआ। प्रारम्भ के दो दिनों (20-21सितम्बर) को कार्य दिवस (एक्शन डेज़) का नाम दिया गया। इसमें वैश्विक सहयोग में, युवा वर्ग की महत्वपूर्ण भूमिका पर ज़ोर दिया गया। युवा वर्ग के नेतृत्व वाले इन सत्रों के तीन प्रमुख लक्ष्य थे-1-डिजिटल व टेक्नोलॉजी, 2-शान्ति तथा सुरक्षा 3-वित्तीय तथा सतत विकास। इसमें केयरगिवर आशा सोसाइटी के युवा सदस्यों, अपूर्व माथुर,नमित माथुर,संकल्प, विनायक,शिवान्गी ने भाग लिया।

सम्मेलन में मुख्य कार्यक्रम के समानान्तर,महत्वपूर्ण विषयों पर उच्च स्तरीय गोष्ठियाँ चलती रही।इनमें वृद्धजनों की समस्याओं,उनकी देखभाल करने वालों के सम्बन्ध में भी चर्चा की गई। 22-23 सितम्बर को विभिन्न राष्ट्रों के राष्ट्राध्यक्षों ने भाषण दिए। 23 सितम्बर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी इस सम्मेलन को संबोधित किया। सम्मेलन के अन्त में शिखर सम्मेलन के उद्देश्यों व निर्णयों को सदस्य देशों के प्रतिनिधियों ने गहन विचार विमर्श के पश्चात पारित कर दिया।