जिला कलक्टर ने नागरिक सुरक्षा का लिया फीडबैक,टीम को किया अलर्ट

  • आमजन अफवाहों से बचें
  • सरकारी सूचना पर ही विश्वास करें

जोधपुर(डीडीन्यूज),जिला कलक्टर ने नागरिक सुरक्षा का लिया फीडबैक,टीम को किया अलर्ट। ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच उपजे तनाव की वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए सतर्कता बरती जा रही है। इसी कड़ी में जिला कलक्टर गौरव अग्रवाल नागरिक सुरक्षा कार्यालय पहुंचे।

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उन्होंने आवश्यक इक्विपमेंट की जांच करते हुए अलर्ट रहने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने सिविल डिफेंस के सायरन से लेकर किसी प्रकार की घटना में उपयोग में आने वाले उपकरणों का फीडबैक लिया। किसी प्रकार की हालत और परिस्थिति को ध्यान में रखकर सिविल डिफेंस की टीम को अलर्ट किया।

कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने मीडिया से भी बात की। उन्होंने आमजन से की अफवाहो में नहीं आने अपील की। उन्होंने कहा कि सतर्क रहें, घबराएं नहीं अफ़वाहों पर ध्यान नहीं दें। केवल सरकारी सूचना माध्यमों पर ही विश्वास करें। किसी भी परेशानी के लिए पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर सही जानकारी लें।

आगामी आदेश तक बंद रहेंगे सभी स्कूल और कॉलेज
उन्होंने कहा कि आपातकालीन स्थिति के लिए खुद को तैयार रखें।आगामी आदेश तक सभी स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे।

ब्लैकआउट के दौरान नियमों की करें पालन
उन्होंने कहा कि ब्लैक आउट के दौरान नियमों का पालन करें।
सभी प्रकार की लाइट्स को ब्लैकआउट के दौरान रखें बंद
कल के ब्लैकआउट में कुछ लाइट चालू रह गई थी। कुछ लोगों द्वारा लाइट चालू रखने से पूरे शहर को सकता खतरा हो सकता है। किसी भी सूरत में ब्लैकआउट के दौरान कोई भी लाइट चालू नहीं रखें।

भारत-पाकिस्तान के बीच बड़े तनाव की वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए जिला परिषद सीईओ धीरज कुमार सिंह ने भी संदेश जारी किया है। सोशल मीडिया पर जारी किए संदेश में उन्होंने अफवाहों से सावधान रहने का संदेश दिया। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि सतर्क रहें लेकिन घबराएं नहीं। अफ़वाहों पर ध्यान नहीं दें,केवल सरकारी सूचना माध्यमों पर ही विश्वास करें।

उन्होंने कहा कि अफ़वाह फैलाने वालों से सावधान रहते हुए पुलिस को सूचना दें।आपातकालीन स्थिति के लिए खुद को तैयार रखें।पहचान पत्र,राशन कार्ड,जरूरी कागज़ात व आवश्यक वस्तुएं एक थैले में तैयार रखें। नजदीकी सुरक्षित स्थान या सामुदायिक भवन जैसे विद्यालय, पंचायत भवन की जानकारी भी रखें।

जिला परिषद सीईओ धीरज कुमार सिंह ने जारी संदेश में कहा कि यदि हवाई हमले या सायरन की सूचना मिले तो घर के सबसे अंदरूनी व नीचे के कमरे में जाएं,जो खिड़कियों से दूर हो,मजबूत मेज या बैड के नीचे शरण लें,जो दीवार से सटी हो।

उन्होंने कहा कि घर के सभी दरवाज़े-खिड़कियां बंद रखें और गैस सिलेंडर भी बंद रखें। मिट्टी के मटके या पानी की टंकी जैसी चीजों से भी अस्थाई ढाल बनाई जा सकती है। रात में अनावश्यक आवाजाही नहीं करें,गांव में चौकीदारी व्यवस्था व पुलिस गश्त में सहयोग करें।

सीमावर्ती गांवों के लिए दिया विशेष संदेश
जिला परिषद सीईओ ने कहा कि बीएसएफ व पुलिस के निर्देश अनुसार गांव खाली करने की स्थिति में सहयोग करें। वाहन में डीज़ल पेट्रोल भरवा कर तैयार रखें। ट्रैक्टर के साथ मवेशियों को बांधकर रखें, बुजुर्गों,बच्चों व दिव्यांगों प्राथमिकता दें।

ग्राम स्तर पर करें सामुदायिक तैयारी
ग्राम सेवक,सरपंच,स्कूल प्रधान मिल कर गांव आपदा प्रबंधन समिति बनाएं। सुरक्षित सामुदायिक भवनों की पहचान करें और प्राथमिक सुविधा जुटाएं। संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी दें। किसी अनजान व्यक्ति,ड्रोन,संदिग्ध वस्तु या गतिविधि की जानकारी मिलने पर तुरंत नजदीकी पुलिस थाना या सेना चौकी को सूचना दी जाए।