कोरोना संक्रमण की रोकथाम में ग्राम स्तरीय समितियों की महती भूमिका-जिला कलेक्टर

जोधपुर, जिला कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह ने कहा है कि कोरोना संक्रमण की स्थिति गंभीर है। राज्य सरकार, जिला प्रशासन सभी का फोकस कोरोना संक्रमण के प्रभावी नियंत्रण पर है। उन्होने कहा कि कोरोना गांव में भी पैर पसार चुका है। ऐसे में ग्राम पंचायत स्तरीय समितियों का महत्व और अधिक बढ जाता है। कोरोना को हराने के लिए जिले के साथ ग्राम स्तरीय समितियों का एक टीम की तरह युद्ध स्तर पर कार्य करना बेहद जरूरी है।

District collector interacted with village level committees

जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक ग्रामीण रविवार को राजीव गांधी सेवा केन्द्र से 2 घंटे चली वीसी के माध्यम से उपखण्ड अधिकारियों, ग्राम पंचायत स्तरीय समितियों के संरपचों, सदस्यों के साथ कोविड संक्रमण के प्रभावी नियंत्रण व रोकथाम के संबंध में बैठक लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे थे। उन्होने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में जहां भी ग्राम स्तरीय समितियां अधिक क्रियाशील होगी वहां कोरोना संकमण को शीघ्र ही हराया जा सकेगा।

कोविड संबंधी जानकारियां हर व्यक्ति तक पहुचाएं

जिला कलेक्टर ने कहा कि कोरोना को हराने के लिए गांव के हर व्यक्ति तक कोविड संक्रमण के संबंध में प्रत्येक जानकारी पहुचाएं। राज्य सरकार द्वारा जीवन रक्षा के लिए लगाए गए लाॅकडाउन की शत प्रतिशत पालना सुनिश्चित करवाएं। नो मास्क नो मूवमेंट के संदेश को आत्मसात करें। ग्राम स्तरीय समितियां वाॅल पेटिंग, पेम्पलेट वितरण सहित हर सम्भव प्रयास कर ग्रामीणजनों में कोरोना संक्रमण के बचाव के जागरूकता की अलख जगाएं।

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कोविड के कानून की अक्षरषः पालना करवाएं

जिला कलेक्टर ने कहा कि जिस प्रकार युद्ध के समय किसी गांव में एक भी दिया जलता रह जाए तो दुश्मन के द्वारा की जानी वाली बमबारी से पूरा गांव तहस नहस हो सकता है। उसी प्रकार एक भी व्यक्ति के द्वारा कोविड कानून की अवहेलना करने पर पूरा गांव संक्रमण की चपेट में आ सकता है। इसलिए ग्राम स्तरीय समितियां ये सुनिश्चित करें कि कोविड के कानून की शत प्रतिशत पालना करवाई जाए।

डोर टू डोर सर्वे के कार्य को अधिक कारगर बनाएं

जिला कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह ने कहा कि कोरोना की जंग में जीत हासिल करने के लिए डोर टू डोर सर्वे के कार्य की महती भूमिका है। उन्होने कहा कि घर-घर जाकर टीमों द्वारा सर्वे कर कोरोना के लक्षण दिखते ही दवाई किटों को वितरण किया जा रहा है। उन्होने बताया कि अब तक 6 लाख से अधिक घरो का सर्वे किया जा चुका है। करीब 42 हजार दवा किट का वितरण भी किया जा चुका है। ग्राम स्तरीय समितियां सर्वे कार्य को और अधिक प्रभावी बनाते हुए कोरोना संक्रमण की रोकथाम में अहम कड़ी का कार्य करें।

संक्रमितों के उपचार के लिए सतत चिकित्सा संसाधन जुटाए जा रहे हैं

आज प्राप्त होगें रेपिड एन्टीजन किट

जिला कलेक्टर ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा शहरी के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा बहुतायत में आॅक्सीजन कन्संट्रेटर भी क्रय की जा रही हैं। कोरोना संक्रमितों को निःशुल्क वाहन सेवा उपलब्ध करवाई जा रही है। जिला प्रशासन भी इस ओर विशेष फोकस कर कार्य कर रहा है। प्रयास किया जा रहा है। कि प्रत्येक बीएलओ तक पल्स आॅक्सीमीटर पहुॅचा जाए। रविवार को ही 600 पल्स आॅक्सीमीटर उपखण्ड स्तर पर पहुॅचाए गये हैं।

जिला कलेक्टर ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा जिला प्रशासन को कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए रेपिड एंटीजन किट प्रदान की जा रही है। जिसके द्वारा मौके पर ही लक्षण वाले व्यक्तियों का टेस्ट किया जाएगा जिससे कोविड संक्रमण की अर्ली डिटेक्षन, अर्ली ट्रीटमेंट की पद्धति पर सुगमता से कार्य किया जा सके और संक्रमित व्यक्ति को गम्भीर स्थिति में आने से पूर्व ही उपचारित किया जा सकेगा।

प्रत्येक पंचायत स्तर पर भी कोविड कन्ट्रोल रूम को सक्रिय करें

जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिला व उपखण्ड स्तर के साथ प्रत्येक पंचायत स्तर पर भी कोविड कन्ट्रोल रूम सक्रिय करें जिससे आमजन में कोविड को लेकर किसी भी प्रकार के संशय का समाधान, जानकारी व सहायता प्राप्त किया जा सके।

पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अनिल कयाल ने कहा कि ग्राम स्तरीय समितियों का एक ही लक्ष्य होना चाहिए और वह है गांव की कोरोना से रक्षा। उन्होंने कहा कि अनावश्यक रूप से घर से न निकलें। कोविड अप्रोप्रियेट बिहेवियर अपनाएं। उन्होने जानकारी दी कि अनावश्यक रूप से घर से निकलने वाले करीब 300 लोगों को संस्थागत क्वारटीन किया जा चुका है। कोविड की गम्भीरता को समझें और राज्य सरकार व जिला प्रशासन द्वारा जारी गाईड लाईन की पालना अवश्यक करें। उन्होने कहा कि गत डेड़ वर्ष में पुलिस ने प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कोरोना को हराने के लिए कार्य किया है। आगे भी एक टीम की तरह कार्य कर जिले को कोरोना से मुक्त करने का प्रयास करेगें।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद डाॅ इन्द्रजीत यादव ने कहा कि पंचायत स्तर पर कोर समिति के प्रभावी प्रयासों से संक्रमण के चेन को तोड़ा जा सकता है क्योकि जितनी जल्दी संक्रमित की पहचान होगी उतना ही जल्दी उपचार उपलब्ध करवाया जा सकेगा और संक्रमण के प्रसार को भी रोका जा सकेगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ बलवन्त मण्डा ने डोर टू डोर सर्वे दलों के कार्योए मेडिकल किट वितरण, मेडिकल किट में रखी जाने वाली दवाइयों, होम आइसोलेशन व क्वारटीन की माॅनीटरिंग, उपखण्ड स्तर पर बने कोविड केयर सेंटर, वैक्सीनेशन केे संबंध में सम्पूर्ण जानकारी दी।

फलोदी के ग्राम पंचायत ननैउ के संरपच मौहम्मद अली ने बताया कि प्रशासनिक अधिकारियों व कोर कमेटी समन्वय के साथ कोविड संक्रमण के प्रभावी रोकथाम के लिए लगातार प्रयासरत हैं। भटिण्डा ग्राम पंचायत के संरपच रवि सौउ ने कहा ग्राम पंचायत के दोनो राजस्व गांवों में सोडियम हाइपो क्लोराइड का निरतंर छिड़काव करवाया जा रहा है। इसी प्रकार सभी संरपचों ने प्रशासन के सहयोग की सराहना की व उपखण्ड अधिकारियों ने भी उपखण्ड स्तर पर कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
बैठक में राजीव गांधी सेवा केन्द्र से एडीएम प्रथम मदनलाल नेहरा, एडीएम तृतीय अंजुम ताहिर सम्मा, एडीएम सिटी द्वितीय सत्यवीर, ब्लाॅक स्तर से उपखण्ड अधिकारी, पुलिस उपअधीक्षक, विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत स्तर से संरपचगण, शिक्षा अधिकारी, पटवारी, बीट कांस्टेबल, एएनएम अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों ने भाग लेकर विचार विमर्श किया।