मुख्यमंत्री गहलोत ने पढा पुराना बजट भाषण

-6 मिनट तक पुरानी लाइनें पढ़ते रहे

-सीएम ने सदन में मांगी माफी

-विपक्ष ने किया हंगामा

-भारी हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही दो बार रोकनी पड़ी

-मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव ऊषा शर्मा को किया तलब

-अफसरों की लापरवाही पर की नाराजगी व्यक्त 

जयपुर,मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज विधान सभा मे राज्य का 2023-24 का बजट पेश करते हुए पुराना बजट भाषण पढ़ दिया। वे लगभग 6 मिनट तक वे पुराना बजट पढ़ते रहे,जब जलदाय मंत्री महेश जोशी ने मुख्यंत्री के कान में कुछ कहा तो तब गहलोत ठिठक गए। उन्होंने तुरंत भाषण रोक दिया। यह देख विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। सम्भवतः ऐसा पहली बार ऐसा हुआ जब किसी विधानसभा में पुराना बजट भाषण पढ़ा गया हो। इस पर जोरदार हंगामा होने पर सदन की कार्यवाही दो बार रोकनी पड़ी गई। मुख्यमंत्री तीसरी बार खड़े हुए तो उन्होंने माफी मांगी। उन्होंने कहा जो कुछ हुआ उसके लिए सॉरी फील करता हूं। विपक्षी सदस्य भारी हंगामा करते हुए सदन के वेल में आ गए। विपक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने पुराना बजट पढ़ा है। भारी हंगामे के कारण कार्यवाही स्थगित कर दी गई। बाद में मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव ऊषा शर्मा को तलब किया और अफसरों की लापरवाही पर नाराजगी व्यक्त की।

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गहलोत बोले बजट भाषण में एक पेज एक्स्ट्रा पेज लग गया। जब दोबारा सदन की कार्रवाई शुरू हुई तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सफाई दी, उन्होंने कहा बजट भाषण की इस कॉपी में फर्क हो तो बताइए। एक एक्स्ट्रा पेज लग गया गलती से। मैं एक पेज गलत पढने लग गया। लीक होने का सवाल कहां से आ गया?’ इसके बाद भी विपक्ष का हंगामा चलता रहा। भाजपा मुख्यमंत्री से माफी मांगने पर अड़ी रही। सदन की कार्यवाही दोबारा स्थगित करनी पड़ी। राजस्थान में यह पहला मौका है जब बजट भाषण के दौरान सदन की कार्यवाही स्थगित की गई।

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सदन की कार्यवाई पुनः शुरू होने पर अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि जो कुछ घटनाक्रम हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है। आज की घटना से आहत हुए हैं। मानवीय भूल होती रहती है। इस अनहोनी घटना के लिए जो सारी कार्यवाही हुई है, उसे निरस्त करता हूं। 11 बजे से 11:42 तक की पूरी घटना को विधानसभा की कार्यवाही से निकाल दिया गया है। दुबारा बजट पेश करने की अनुमति के बाद गहलोत ने कहा कॉपी वही आपको मिली है जो बजट में पढ़ने वाला था। एक एकस्ट्रा पेज था। ये बजट को प्रेस में मैंने नहीं छपाया। मुझे बताइए अगर मैं एक पेज गलत पढ़ने लग गया वो ही लोग जिन्होंने बजट बनवाया उनमें से कोई मुझे कनवे करें कि पेज गलत आ गया। इसमें बजट लीक होने की बात कहां आती है। बजट की गरिमा होती है, बजट के आधार पर गवर्नेस चलती है। इसमें पक्ष-विपक्ष कुछ नहीं होता।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे ह्यूमन एरर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के समय भी हुए हैं। इसके जवाब में राजे ने कहा कि कोई भी सीएम अगर अपने भाषण में इस तरह की गलती करे तो आई फील कि राजस्थान का क्या होगा? इससे पहले पूर्व सीएम राजे ने इस मुद्दे पर ट्वीट भी किया। उन्होंने लिखा जिस प्रदेश के मुख्यमंत्री बिना चेक किए 8 मिनट तक पुराना बजट पढ़ते रहे,आप सकते हैं कि उनके हाथ में प्रदेश कितना सुरक्षित है इतिहास में पहली बार हुआ है।

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