दो और आरोपी को पकड़ा 40 लाख 30 हजार रुपये वापस दिलाए
- 16.26 करोड़ की ऑनलाइन ठगी मामला
- पहले करीब 33 लाख रुपये मिल चुके
जोधपुर,शहर के हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्टर से 16 करोड़ 26 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने के मामले में दो और आरोपियों को गुजरात के सूरत से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस पहले 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इस तरह अब तक मामले में कुल 11 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
हालांकि मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गुजरात से पकड़ा था, लेकिन उनकी भूमिका सामने नहीं आई तो कुछ दिन हिरासत में रखने के बाद उन्हे छोड़ दिया। अधिकारियों का कहना है कि उन पर नजर रखी जा रही है। यदि बाद में वे इस मामले में शामिल पाए जाते हैं तो उन पर कार्रवाई की जाएगी।
ये भी पढ़ें- माघ बीज पर मसूरिया बाबा के मंदिर में होंगे धार्मिक अनुष्ठान
महामंदिर थानाधिकारी हरीशचंद्र सोलंकी ने बताया कि हैंडीक्रफ्ट कारोबारी अरविंद कालानी निवासी पावटा को निवेश के नाम पर झांसा देकर 16.26 करोड़ रुपये की ऑनलाइन ठगी की थी। पुलिस अब तक 11 आरोपियों को गिरफ्तर कर चुकी है। ठगी के मामले में नवंबर में केस दर्ज हुआ था। शुक्रवार को पुलिस ने आरोपी चौहान हर्ष निवासी गुजरात फतेह पोल और गौरांग ठाकुर निवासी गुजरात सूरत को गिरफ्तार करके लाई।
दोनों को जेल भेज दिया है। हालांकि आरोपियों के पास 16 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के संबंध में कोई जानकारी हाथ नहीं लगी है। पुलिस मामले में अन्य आरोपी और खाताधारकों का पता लगा रही है, जिनके खातों में रुपये गए और वहां से मुख्य आरोपी ठग के खाते में ट्रांसफर कर दिए गए हैं।
खाते में जमा होने के बाद कई लोगों में बंटती राशि
पुलिस ने बताया कि जिन दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनमें से गौरांग एक केशव इंटरप्राइजेज नामक फर्म का खाता खुद चलाता था। दूसरा आरोपी हर्ष ने एक ऑफिस खोल रखा है, जिससे वह रुपये ट्रांसफर करता है। दोनों के खाते में रुपये गए और फिर इन रुपयों को कमिशन लेकर अन्य खाते में भेज दिए।
ये भी पढ़ें- कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर भर्ती परीक्षा का शेड्यूल जारी
500 से ज्यादा खाते उपयोग होने का भी संदेह
ऑनलाइन ठगी के 16.26 करोड़ रुपये अलग-अलग राज्य के आठ खातों में रुपये ट्रांसफर हुए हैं। इन खातों से दूसरे और फिर तीसरे खातों में रुपये जाने के बाद अन्य खातों में गए हैं। पुलिस तीसरी लाइन तक पहुंच सकी है। खाते कितने हैं पुलिस अब तक यह पता नहीं कर पाई है। इनमें कुछ खाता धारक ऐसे हैं जिन्हे पता ही नहीं चला कि उनका खाता भी झांसा देकर उपयोग कराया गया है। पुलिस आशंका जता रही है कि ठगी के लिए साइबर ठगों ने 500 से ज्यादा खातों का उपयोग किया है।
दस दिन तक पूछताछ के लिए बिठाए रखा
पुलिस 20 दिन पहले गुजरात और पुणे से दो आरोपियों को पकड़ कर लाई थी। यहां करीब 10 दिन से ज्यादा रोकने के बाद जब उन्हे कोई सुराग नहीं मिला तो उन्हे छोड़ दिया। लेकिन उन पर शांतिभंग की धारा में केस दर्ज किया गया। पुलिस पूछताछ के लिए इतने दिन तक पकड़े रखा इसमें सवालियां निशान भी लग रहे हैं।
दूरदृष्टिन्यूज़ की एप्लिकेशन डाउनलोड करें- http://play.google.com/store/apps/details?id=com.digital.doordrishtinews