केंद्रीय मंत्री ने फिर उठाए राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल

जयपुर, केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राज्य की बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि वीरों की धरती के वासी अपराधियों के सामने घुटने टेकने वाली सरकार की वजह से असहाय हैं।

गुरुवार को अपने बयान में केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि राजस्थान रोज अपनी विफल सरकार का बोझ ढोता है। राज्य सरकार एक नाटक कंपनी है, जो कभी पोस्टर नाटक, प्रदर्शन नाटक तो कभी यज्ञ नाटक में व्यस्त है। गहलोतजी अगर यज्ञ ही करना है तो माताओं, बहनों की सुरक्षा के लिए करें, राज्य की कानून व्यवस्था को सुधारने के लिए करें।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वीरों की धरती के वासी अपराधियों के सामने घुटने टेकने वाली सरकार की वजह से असहाय हैं। पिछले 24 घंटो में राज्य में पांच जगह पर महिलाओं के साथ अपराध की खबर है, और ऐसी खबरें रोज़ आती हैं। हर एक घटना गहलोत सरकार की क्षमता पर सवाल है, जिसका जवाब देने में ये असमर्थ हैं।


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माताओं-बहनों की आह न लें, नहीं तो कहीं के नहीं रहेंगे

राजधानी में राशन कार्ड का नाम लेकर धोखे से महिलाओं को चिलचिलाती धूप में बुलाकर प्रदर्शन कराने पर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सख्त प्रतिक्रिया व्यक्त की। शेखावत ने कहा कि गहलोतजी आपकी लड़ाई मुझसे है, आप क्यों इसमें जनता को घसीट रहे हैं?

आपको और आपके खास लोगों को मेरी सलाह है कि माताओं-बहनों की आह न लें, नहीं तो कहीं के नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की कथनी और करनी दोनों में धोखा है। राजनीति के लिए भोली-भाली जनता को ठगना, इस्तेमाल करना कांग्रेस के खून में है। राशन कार्ड बनाने के बहाने मेरी बहनों को मेरे विरुद्ध प्रदर्शन के लिए उकसाना, उन पर दबाव डालना प्रताड़ना की श्रेणी में आता है।


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शेखावत ने कहा कि महेश जोशी एंड कंपनी पिछले कई दिनों से अपने गुनाह छिपाने के लिए नए-नए पैंतरे आजमा रही है, पर इस बार तो महिलाओं पर अमानवीयता की हद लांघ दी गई। जनता के लिए जोशी के घर से राशन नहीं जाता, जो उन्होंने बहनों को बुला लिया चिलचिलाती धूप में और कहा कि राजनीतिक प्रदर्शन करो नहीं तो नाम नहीं जुड़ेगा।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह तो ब्लैकमलिंग करना है। साहस भी कैसे हुआ यह करने का? कोरोना संक्रमण का खतरा हमेशा के लिए टल गया है क्या? बहनों के स्वास्थ्य को क्यों जोखिम में डाला? गहलोत जी आपकी लड़ाई मुझसे है, आप क्यों इसमें जनता को घसीट रहे हैं? आपको और आपके खास लोगों को मेरी सलाह है कि माताओं-बहनों की आह न लें, नहीं तो कहीं के नहीं रहेंगे।

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