रमेश बोराणा ने राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष को लिखी चिट्ठी
जोधपुर, राजस्थान संगीत नाटक अकादमी के पूर्व अध्यक्ष व राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य रमेश बोराणा ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण के दूसरी लहर की भयावह आक्रामकता से मानव जीवन के लिए पैदा हुए संकट पर चिंता प्रकट करते हुए राज्य में जीवनदायी आक्सीजन व वैक्सीन की कमी को लेकर राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग में भारत सरकार के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई हैI
बोराणा ने एक जागरूक भारतीय नागरिक के नाते आयोग के अध्यक्ष जस्टिस गोपाल कृष्ण व्यास को पत्र प्रेषित कर उल्लेखित किया है कि मिडिया से प्राप्त समाचारों के अनुसार राजस्थान सहित अनेक प्रदेशों में ऑक्सीजन के अभाव में लोग दम तोड़ रहे हैंI राजस्थान सरकार अपने स्तर पर नागरिकों को हर सम्भव उचित चिकित्सा व राहत देने की कोशिश कर रही है, लेकिन केंद्र सरकार का सकारात्मक व प्रभावी सहयोग नहीं मिल पा रहा है।
उन्होने बताया कि राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा एवं मुख्य सचिव निरंजन आर्य द्वारा भारत सरकार को पत्र लिख कर राजस्थान सरकार को ऑक्सीजन व वैक्सीन की पर्याप्त व निरंतर सप्लाई की मांग करने के बावजूद भारत सरकार ने राजस्थान को प्राण रक्षक ओक्सिजन व वैक्सीन की आपूर्ति में कटौती कर दी है।
जबकि राज्य में संक्रमण भयावह रूप लेता जा रहा है तथा इससे प्रदेश के अस्पतालों में भर्ती गंभीर कोरोना पीड़ितों की जान पर बन आई है। नागरिकों में भय का वातावरण भी बन गया हैI लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी गंभीरता को समझते हुए केंद्र सरकार से बात कर ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा हैI
बोराणा ने भारत के संविधान के अनुछेद 14 एवं 21 में देश के हर नागरिक को सम्मान से जीने एवं स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त करने के अधिकार का हवाला देते हुए आयोग के अध्यक्ष से अपील की है कि आप प्रदेशवासियों के मानव अधिकार के हितों की रक्षा करते हुए भारत सरकार को प्रभावी निर्देश प्रदान करें कि वे राजस्थान प्रदेश को अविलम्ब पर्याप्त ऑक्सीजन, वैक्सीन व अन्य आवश्यक दवाईयां जो केंद्र के अधिकार में आती हैं उन्हें उपलब्ध करावें तथा यह सुनिश्चित भी करावें कि भविष्य में इन जीवन रक्षक साधनों की कमी से कोई नागरिक अपनी जान नहीं गंवा पाए।