सूर्यनगरी में होने जा रहा है एक और लोकनृत्य उत्सव

सूर्यनगरी में होने जा रहा है एक और लोकनृत्य उत्सव

  • 14 राज्यों के सवा 2 सौ आदिवासी लोक नृतक अपनी लोक कला का जादू बिखेरेंगे
  • 5 से 7 मार्च की शाम टाउन हॉल में होगा लोक नृत्य उत्सव

जोधपुर, सूर्यनगरी की धरा पर पहली बार देश के 14 राज्यों के सवा 2 सौ आदिवासी लोक नृतक अपनी लोक कला का जादू बिखेरेंगे। दक्षिण व उत्तर भारत के ये लोक नृतक 5 से 7 मार्च की शाम टाउन हॉल में प्रस्तुति देंगे।

अकादमी सचिव अनिल कुमार जैन ने बताया कि उत्तर सांस्कृतिक केंद्र पटियाला व अकादमी के साथ सयुंक्त तत्वाधान में यह कार्यक्रम होने जा रहा है। आदिवासियों के नृत्य रूपी मोती की चमक निश्चित रूप से यादगार बनने जा रही है। इस समारोह में दक्षिण भारत से तेलंगाना का लम्बाड़ी नृत्य,त्रिपुरा का पांचाली, ओडिसा का गौडा, छत्तीसगढ़ का गौड, सिक्किम का तामांग शैली, महाराष्ट्र का गवली व सोनगी मुखोटा जैसे नृत्य देखने को मिलेंगे।

समारोह में गुजरात का डांगी मेवासी,राजस्थान का गरासिया, महाराष्ट्र का गवली,उत्तराखंड का खाडिया, हिमाचल का ढिंढोरी,जम्मु कश्मीर का गोजरी,लद्दाख का फ्लॉवर एवं आसाम का बोडआई निकला नृत्य होंगे। प्रभारी रमेश कंदोई ने बताया कि इस कार्यक्रम में निःशुल्क प्रवेश है तथा इस संबंध में अकादमी कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है।

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