जोधपुर, एम्स में कार्यरत एक महिला फिजियोथेरेपिस्ट ने शनिवार दोपहर अपने घर में फंदा लगाकर जान दे दी। उसके पति भी एम्स में डॉक्टर हैं। वह ड्यूटी करने के बाद अपने घर आई थी। परिजनों के साथ करीब दो मिनट बैठी और अपने कमरे में जाकर फंदे से झूल गई। बच्चे बाहर मां से मिलने का इंतजार कर रहे थे।
कमरे में देखा तो मां फंदे पर लटकी थी। फंदा लगाने के थोड़ी देर बाद ही उन्हें इमरजेंसी में लाया गया, जहां डॉक्टरों ने जान बचाने का पूरा प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। खुदकुशी के कारणों का अभी खुलासा नहीं हो सका है। एम्स के पीएमआर में कार्यरत नीरू सोनी (42) आज दोपहर ड्यूटी पूरी कर परिसर में बने अपने आवास पहुंची।
उस समय उसका बेटा, बेटी, पति और सास घर पर थे। घर पहुंचने के बाद नीरू 2 मिनट अपने परिवार के साथ बैठी। इसके बाद अपने कमरे में चली गई। जब डॉ. नीरू काफी देर तक अपने कमरे से बाहर नहीं आई तो बच्चे बुलाने के लिए कमरे में गए।
देखा तो नीरू फंदे पर लटकी थी। इसकी जानकारी उन्होंने परिवार को दी। पूरे घर में कोहराम मच गया। चीख-पुकार सुनकर पड़ोसी भी आ गए। डॉ. नीरू को तुरंत नीचे उतारा और एम्स की इमरजेंसी लेकर पहुंचे। काफी कोशिश के बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका। डॉ. नीरू के एक 13 साल की लड़क़ी है और 7 साल का लडक़ा है। पति-पत्नी दिल्ली निवासी हैं, जो जोधपुर में एक साथ काम करते थे।
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