कोरोना गाइड लाइन का हुआ सशर्त पालन

जोधपुर, कोरोना काल का लंबा इंतजार के बाद शिक्षा के मंदिरों में आज रौनक लौट आई। बच्चे जहां प्रफुल्लित नजर आए वहीं शिक्षकों के चेहरों पर बच्चों को देख मुस्कान आ गई। स्कलों में प्रवेश के साथ ही कोरोना गाइड लाइन का भी सशर्त पालन किया गया। दो गज दूरी का पालन के साथ प्रवेश से पहले हाथों को सैनेटाइज्ड किया गया। सोमवार को प्रदेश में 302 दिन बाद स्कूल खुले हैं। फिलहाल 9वीं से 12 वीं तक बच्चों को ही स्कूल बुलाया गया है। बच्चों के कदम पड़ते ही वीरान पड़ी स्कूलों में रौनक लौट आई। बच्चों की आवाज से स्कूल एक बार फिर चहचहाने लग गए। स्कूलों में आज सभी ओर उत्साह का माहौल नजर आया।

सुबह साढ़े नौ बजे खुले स्कूल
जोधपुर में आज सुबह साढ़े नौ बजने के साथ स्कूल फिर खुल गए, लेकिन माहौल बदला नजर आया। 302 दिन बाद स्कूल पहुंचने की खुशी बच्चों के चेहरों पर साफ झलक रही थी, लेकिन यह खुशी मास्क के पीछे छिपी रही। उनकी खुशी आंखों से झलक रही थी। लंबे अरसे बाद अपने सहपाठियों के साथ गलबहियां डालने पर भी अंकुश लगा था। गेट पर खड़ेे शिक्षक लगातार बच्चों को सावधानियों के बारे अवगत करा रहे थे। कई निजी स्कूलों में बच्चों का तापमान जांच कर प्रवेश दिया गया। तय संख्या से आधे बच्चों को आज प्रवेश दिया गया।
कक्षा कक्ष का माहौल बदला नजर आया
सोमवार को खुली स्कूलों में क्लास रूम का माहौल भी पूरी तरह से बदला हुआ नजर आया। बच्चों के बैठने के स्थान पहले से तय कर दिए गए। ताकि उनके बीच में डिस्टेंस को मैंटेन रखा जा सके। कदम-कदम पर पूरी सतर्कता नजर आई। शिक्षक से लेकर बच्चों के चेहरे मास्क से ढंके हुए थे। शहर की कुछ निजी स्कूलों में आज नियमित पढ़ाई शुरू नहीं हो पाई। इन स्कूलों की ऑन लाइन परीक्षा चल रही है। ऐसे में ये परीक्षा समाप्त होने के बाद खुलेंगे।
कोरोना काल में 21 मार्च से बंद पड़े थे शिक्षालय:
21 मार्च, 2020 को पिछली बार स्कूल खुले थे। इसके बाद कोरोना के प्रकोप की वजह से लॉकडाउन लगा और सभी शिक्षण संस्थान बंद थे। आखिरकार कोरोना का टीका आने और कोरोना का असर कम पड़ते देख केेंद्र सरकार ने स्कूलों को खोलने अनुमति प्रदान कर दी।