दस लाख की सुपारी में 70 हजार पहले दे दिए गए

  • सांगरिया फायरिंग प्रकरण
  • पुलिस पूछताछ में हो रहा खुलासा
  • अभियुक्त पुलिस अभिरक्षा में

जोधपुर,दस लाख की सुपारी में 70 हजार पहले दे दिए गए। बासनी थाना क्षेत्र में 8 अक्टूबर को दिन दहाड़े आपसी रंजिश में हुए सुभाष विश्नोई हत्याकांड मामले में चार आरोपियों को पंजाब पुलिस ने मोहाली के पास नाकाबंदी कर पकड़ लिया है।

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उनसे हथियार भी बरामद हुए हैं। आरोपियों ने पंजाब पुलिस को बताया कि वह जोधपुर में हत्या करके भागे हैं। उनके पास से दो पिस्टल के साथ आठ जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। हत्या के लिए दस लाख की सुपारी देने की बात कही गई थी, जिसमें 70 हजार रूपए आरोपी को दिए गए थे।

पंजाब पुलिस की पूछताछ के अनुसार जोधपुर के सांगरिया फांटा के पास सुभाष को गोली मार कर आरोपी पंजाब की ओर भागे थे। इनकी पहचान मुख्य शूटर आसिफ और सुपारी लेने वाले सरदारपुरा सोजत हाल इंद्रा कॉलोनी निवासी भानु उर्फ मोनू पुत्र माणक ढोली के रूप में हुई।

इनका तीसरा साथी बालोरात निवासी अनिल कुमार मदानी है। पंजाब पुलिस की पूछताछ में भानु ने सुभाष को मारने के लिए दस लाख रुपए की सुपारी लेने की बात कबूली है।

भानु पाली आपराधिक मामले में पिछले पांच सालों से अभिरक्षा में था। इस दौरान ही भानु व सुभाष में जान पहचान हुई थी। हत्या के दिन भानु ने ही सुभाष की र्रैकी की थी और सुभाष को बाहर बुलाया था।भानु अनिल लेगा के संपर्क में था। उसकी एक फोटो मिली है, जिसमें वह अनिल लेगा की तस्वीर के साथ नजर आ रहा है।