जोधपुर, अपने ही गुरूकुल की छात्रा से यौनचार का आरोपी आसाराम के पोस्टर को लेकर इन दिनों शहर में काफी चर्चां बनी है। उसकी लीगल टीम नहीं चाहती की वह बाहर आए। इसी को हाईलाइट करते पोस्टर जोधपुर की सडक़ों पर नजर आए हैं। ये पोस्टर पेरोकार बना गद्दार आसाराम के समर्थक आसाराम के ही लीगल सेल पर अंगुली उठाते नजर आ रहे हैं। पोस्टर्स में संकेत किए गए हैं कि आसाराम की खुद लीगल टीम उन्हें बाहर निकाले जाने में रोडा नजर आ रही है। यानी लीगल टीम नहीं चाहती की आसाराम कभी जेल से बाहर आएं।
बाहर आया तो करोड़ों की संपति का देना होगा हिसाब
ये पोस्टर सवाल उठा रहे हैं। पोस्टर्स में कहा गया है कि लीगल टीम आसाराम को जेल से बाहर लाना ही नहीं चाहती। इसके पीछे लॉजिक यह दिया गया है कि यदि आसाराम बाहर आता है तो उसकी करोड़ों की संपत्ति का हिसाब उन्हें देना पड़ेगा। इन तीखे सवालों के बीच शहर की सड़क़ों से लेकर जेल और लीगल सेल तक मची हलचल के बाद ही आसाराम के पाल आश्रम के संचालकों ने इन पोस्टर्स को हटा दिया। जो पोस्टर लगाए गए थे उसमें आसाराम की लीगल टीम के प्रमुख सदस्य अर्जुन का नाम दिया गया जो आसाराम को बाहर नही आने देना चाहने वालो में शामिल है।
हिंदू सेना के राष्ट्रीय सचिव बमबम ठाकुर ने बताया कि वह आसाराम का समर्थक है। लंबे समय से वह देख रहा है कि आसाराम को लेकर उसकी लीगल टीम कोर्ट में सही पक्ष नहीं रख रही है।
आजीवन कारावास की सजा,विवादों से रहा है नाता
अपने ही आश्रम की नाबालिग छात्रा के साथ यौन शोषण के आरोप में जोधपुर जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे आसाराम का विवादों से नाता रहा है। अब जब आसाराम जेल में है तो भी ये विवाद उसका पीछा नहीं छोड़ रहे। अब और कुछ नहीं तो उसके समर्थकों में ही दो गुट आमने-सामने होते नजर आ रहे हैं। एक समर्थक वर्ग आसाराम के लीगल सेल पर प्रश्न उठा रहा है। हालांकि यह पोस्टर हिन्दू सेना के सौजन्य से लगाए गए हैं।
हिन्दू सेना का आरोप है कि आसाराम के संबंध में उनकी लीगल टीम गंभीर नहीं है। कोर्ट में उचित पक्ष नहीं रख रही। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में स्वास्थ्य कारणों को लेकर दायर जमानत याचिका की सुनवाई के दौरान वकील ने यहां तक कह दिया था कि अब आसाराम ऐसी गलती दुबारा नहीं करेगा। इसका मतलब वकीलों ने खुद ही आसाराम को गलत मान लिया। इसके अलावा आसाराम के लिए सुप्रीम कोर्ट में भी फर्जी कागज पेश किए गए, जिसके चलते एक और मुकदमा हो गया। यह सब काम लीगल टीम ही कर रही है, जिसका नुकसान सभी समर्थकों को उठाना पड़ रहा है।
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