रेलवे अस्पताल में विश्व अस्थमा दिवस पर हुई संगोष्ठी
– अस्थमा रोगियों को मानसिक सपोर्ट की जरूरत पर बल
– सभी के लिए इनहेल्ड उपचार सुलभ बनाएं विषय पर विस्तार से चर्चा
जोधपुर(डीडीन्यूज),रेलवे अस्पताल में विश्व अस्थमा दिवस पर हुई संगोष्ठी। विश्व अस्थमा दिवस पर मंगलवार को रेलवे अस्पताल में आयोजित संगोष्ठी में वक्ताओं ने अस्थमा के नियंत्रण और उचित प्रबंधन के लिए व्यापक जनजागरूकता की आवश्यकता जताई।
संगोष्ठी के मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार व्यक्त करते हुए रेलवे अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ सीताराम बुनकर ने कहा कि आज के युग में अस्थमा के मरीजों को न केवल फिजिकल सपोर्ट की जरूरत होती है,बल्कि मानसिक रूप से भी उन्हें सहारा चाहिए होता है। उन्होंने कहा कि समाज में फैली गलत धारणाएं जैसे कि “अस्थमा छूने से फैलता है” या “इनहेलर का इस्तेमाल करने से आदत पड़ जाती है” इत्यादि बातों से हमें दूर रहने की जरूरत है।
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डॉ बुनकर ने बताया कि जोधपुर डीआरएम अनुराग त्रिपाठी ने स्वास्थ्य के प्रति व्यापक जागरूकता लाने के उद्देश्य से इस तरह के अधिकाधिक आयोजनों के निर्देश दिए हैं।
वरिष्ठ मंडल चिकित्सा अधिकारी डॉ नेहा तिवारी ने इस अवसर पर कहा कि अस्थमा दिवस हमें यह याद दिलाता है कि अस्थमा एक लाइलाज बीमारी नहीं है। थोड़ी-सी सतर्कता,सही जानकारी और लाइफस्टाइल में बदलाव के साथ इसे पूरी तरह से कंट्रोल किया जा सकता है।उन्होंने अस्थमा प्रबंधन व इन्हेलर थिरैपी की भूमिका पर प्रकाश डाला।
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इस दौरान वरिष्ठ मंडल चिकित्सा अधिकारी डॉ गुलाबसिंह सारण, मंडल चिकित्सा अधिकारी डॉ गौरव शुक्ला सहित अनेक वक्ताओं ने अस्थमा के कारण और उपचार पर प्रकाश डाला तथा दर्शकों की जिज्ञासाओं का समाधान किया। कार्यक्रम के संयोजक रियाज अनवर थे।
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