•  दो बैंकों के कर्मचारियों की मिली भगत आई सामने 
  • महाराष्ट्र व इलाहाबाद बैंक के कर्मचारियों की कारस्तानी

जोधपुर, शहर के बलदेव नगर की वृद्धा के बैंक खाते से 49 लाख की धोखाधड़ी के केस में दो बैंकों के दो कर्मचारियों की मिलीभगत सामने आई है। ये बैंक महाराष्ट्र व इलाहाबाद की बताई जा रही हैं, जिनके दो कर्मचारी इसमें शामिल बताए गए हैं। देवनगर थाना इलाके के बलदेव नगर मेंं  वाली एक 64 साल की बुजुर्ग महिला के बैंक खाते में फर्जी चेक लगा कर शातिर बदमाशों ने 49 लाख रुपए पार कर डाले थे। मामले में शास्त्रीनगर थाना पुलिस ने जांच करते हुए कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया था। जिन्हें रिमांड के बाद जेल भिजवा दिया गया। मामले में दो बैंकों के दो कर्मचारियों की मिलीभगत सामने आई है। जिन्होंने कुड़ी में रहने वाले जितेंद्र को इस वृद्ध महिला पतासी देवी के बैंक का डाटा चुरा खाते की जानकारी मुहैया करवाई थी। इसके बाद जितेंद्र ने अपने यूपी के लखनऊ रहने वाले बदमाश दोस्तों की मदद से फर्जी चेक लगा बैंक से 49 लाख रुपए पार कर डाले थे। मामले में अब आरपीएस प्रोबेशनर मंगलेश चुड़ावत ने बताया कि दिल्ली के इलाहाबाद बैंक व महाराष्ट्र की पीएनबी बैंक के कर्मचारियों की मिलीभगत सामने आई है। जिनकी भी गिरफ्तारी जल्द ही की जाएगी।
ऐसे किया गया घपला
पुलिस ने बताया कि दिल्ली के इलाहाबाद बैंक की एक ब्रॉच व महाराष्ट्र्र की पीएनबी बैंक की एक ब्रॉच के कार्मिक ने मिलीभगत कर बैंक से डाटा चोरी करने का काम किया। फिर बलदेव नगर रहने वाली महिला पतासी देवी के खाते में 49 लाख रुपए आने की सूचना पर कुड़ी निवासी  जितेंद्र को दी। रुपयों के लालच में आए दो बैंक कार्मिकों ने जितेंद्र को बताया कि शास्त्रीनगर थाना इलाके की पीएनबी बैंक की ब्रॉच में पतासी देवी ने एक साथ 49 लाख रुपए जमा करवाए हैं।
फर्जी सिम का इस्तेमाल
जितेंद्र ने अपने बदमाश साथियों इरशाद, तौसिब अहमद, विनय व मोहम्मद जुबेर के साथ मिलकर ठगी की पूरी योजना समझाई। इसके लिए इरशाद व जितेंद्र ने पहली मिटिंग की। जहां कौन किस तरह से काम करेगा इसकी रूपरेखा बनाई। फिर बैंक में 49 लाख रुपए की धारक पतासी देवी के नाम की फर्जी नंबर की एक सिम इश्यू करवाई गई। फिर पहला चेक बैंक में विड्रो का लगाया गया। जैसे ही विड्रो का चेक लगाया गया तो बैंक से फर्जी सिम पर कॉल तुंरत पहुंचा। जिस पर शातिरों ने बात कर उसे वैरिफाई करते हुए विड्रो की हामी भर डाली।
चालाकी से पास करवाया चेक
पुलिस ने बताया कि जितेंद्र ने चालाकी से पहला फर्जी चेक पास करवा डाला। जो विनय के खाते में ट्रांसफर किया गया। इसके बाद सभी बदमाशों के बैंक खातों में रुपए ट्रांसफर करते गए। इसके लिए लेपटॉप, रंगीन प्रिंटर व फर्जी चेक बुक भी दिल्ली में तैयार कर ली थी। अब बस धीरे धीरे बैंक में तीन दिनों के अंतराल में चेक लगाते गए और रुपए पार करते गए। ऐसे में कुल 49 लाख रुपए पार कर डाले।
पतासी देवी को लौटाए ब्याज सहित रूपए
प्रशिक्षु आरपीएस मंगलेश चुंडावत के अनुसार मामले में जांच व शातिरों की गिरफ्तारी के बाद पीएनबी बैंक की ओर से पतासी देवी के बैंक खाते से निकाली गई 49 लाख रुपए की राशि लौटाई गई। बैंक ने जो रुपए का ब्याज हुआ वह भी लौटाया।