बासनी रेलवे स्टेशन की पार्किंग में लाठियों से पीट कर युवक की हत्या

  • ईमित्र संचालक से चार दिन पहले हुई थी कहासुनी
  • मुख्य आरोपी यातायात पुलिस कर्मी का पुत्र

जोधपुर,बासनी रेलवे स्टेशन की पार्किंग में लाठियों से पीट कर युवक की हत्या। बासनी रेलवे स्टेशन के बाहर पार्किंग में शुक्रवार शाम ई मित्र संचालक और उसके दोस्तों ने मिलकर एक युवक पर लाठियों व डंडों से बेहरमी से हमला कर दिया। हमले में गंभीर घायल युवक को एम्स अस्पताल में भर्ती करवाया गया लेकिन इलाज के दौरान सुबह उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मृतक के भाई की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने दोपहर में शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवा परिजन के सुपुर्द किया है। मामला तीन चार दिन पहले ई मित्र संचालक और मृतक के बीच कुछ कहासुनी को लेकर हुआ था। मामले में भगत की कोठी थाने में हत्या का केस दर्ज हुआ है। घटना के तुरंत बाद पुलिस की टीम बनाई गई और फिर हत्या के मुख्य आरोपी सहित सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। भगत की कोठी थानाधिकारी सफीक मोहम्मद ने बताया कि रामेश्वर नगर निवासी 48 साल के रणविजय यादव पुत्र उदयराज यादव की बदमाशों ने डंडे,सरिया व लात-घूसों से पीटपीट कर हत्या कर दी। उसकी चार दिन पहले ईमित्र संचालक देव शर्मा के साथ किसी बात को लेकर बहस हुई थी। रणविजय यादव ने गाली गलौच की लेकिन बाद में मामला शांत हो गया। इसके बाद शुक्रवार शाम रणविजय यादव बासनी रेलवे स्टेशन के बाहर पार्किंग में बैठा था। तभी ईमित्र संचालक देव पुत्र राजकुमार शर्मा निवासी रामेश्वर नगर भी आ गया और अपने दोस्त मनीष कुमार पुत्र मनोज कुमार मधुबन हाउसिंग बोर्ड, सुकांत सिंह पुत्र सूर्य कुमार राजपूत निवासी गंगा विहार,मिक्की पुत्र संतोष कुमार निवासी डीडीपी नगर, मोहित पुत्र मनोज कुमार निवासी मधुबन हाउसिंग बोर्ड और राहुल पुत्र श्रवण दास वैष्णव निवासी रामेश्वरनगर भी आ गए। तब पुराने विवाद को लेकर फिर से बहस शुरू हो गयी। तब देव शर्मा और उसके साथियों ने डंडे व सरिए से बुरी तरह मारपीट शुरू कर दी। इससे रणविजय यादव बुरी तरह घायल हो गया, उसके नाक से खून रिसने लगा था। इसके बाद लोगों ने  उसके भाई शिकारगढ़ निवासी दुर्ग विजय को फोन कर जानकारी दी। इस पर खुद रणविजय एम्स अस्पताल में भर्ती हो गया। शनिवार सुबह रणविजय की उपचार के बीच में मौत हो गई। इसके बाद पुलिस ने आरोपी देवशर्मा,मनीष,सुकांत,मिक्की,मोहित, राहुल को गिरफ्तार कर लिया है।

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कहासुनी को लेकर चल रहा था विवाद
देव शर्मा और रणविजय के बीच में ईमित्र को लेकर कहासुनी हुई थी। रणविजय ने ई-मित्र को लेकर गाली गलौच हुई थी। यह बात आरोपी देव ने अपने मन में रख ली और फिर से विवाद हो गया। मामले में अब मृतक रणविजय के भाई दुर्ग विजय की तरफ से भगत की कोठी थाने में हत्या की रिपोर्ट दी गई है। शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवा परिजन को सुपुर्द किया। इसके बाद उसका अंतिम संस्कार किया गया।

आरोपी के पिता पुलिस में कार्यरत
थानाधिकारी सफीक मोहम्मद ने बताया कि आरोपी के पिता यातायात पुलिस में कार्यरत है। मृतक के पिता रेलवे कर्मचारी है। आरोपी सहित अन्य गिरफ्तार लोगों से पूछताछ की जा रही है।

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