सुर-साम्राज्ञी,स्वर कोकिला,भारत रत्न,दुनियां की जानीमानी गायिका लता मंगेशकर का निधन

जोधपुर/मुम्बई,सुर-साम्राज्ञी,भारत रत्न, सुरीली आवाज से दुनियां पर दशकों तक राज करने वाली लता मंगेशकर का रविवार को 92 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। ‘भारत रत्‍न’ से सम्‍मानित प्रख्यात गायिका ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्‍पताल में सुबह 812बजे अंतिम सांस ली। वे 92 वर्ष की थीं। उन्हें 8 जनवरी को कोरोना संक्रमित होने पर ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती किया गया था। अस्पताल के डॉक्टर प्रतीत सामदानी ने उनके निधन की सूचना दी। उन्होंने कहा कि आज सुबह 8:12 बजे लाता दीदी का निधन हो गया,उनके शरीर के कई अंग खराब हो गए थे। इससे पूर्व सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर उनके निधन की पुष्टि की।

दुनिया भर में कोकिल कंठा नाम से मशहूर लता मंगेशकर ने करीब पांच दशक तक हिंदी सिनेमा में पार्श्व गायिकी में एकछत्र राज किया। भारतीय सिनेमा की उत्कृष्ट गायिका लता मंगेशकर ने 13 वर्ष की उम्र में 1942 में अपने करियर की शुरुआत की थी। लता ने कई भारतीय भाषाओं में अब तक 30 हजार से ज्यादा गाने गाए हैं। लता मंगेशकर को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया चुका है। इसके अलावा उन्हें पद्म भूषण,पद्म विभूषण और दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।

दुनियां भर की दिग्गज हस्तियों ने दी श्रद्धांजलि

लता मंगेशकर के निधन पर भारत समेत दुनियां भर की दिग्‍गज हस्तियों ने शोक व्यक्त है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी,अमित शाह, राजनाथ सिंह, गजेंद्र शेखावत,राहुल गांधी,अशोक गहलोत,योगी आदित्यनाथ सहित के नेताओं ने शोक प्रकट किया है।

नीतित गडकरी ने अपने शोक संदेश में लिखा उनका जाना देश के लिए अपूरणीय क्षति है। वे सभी संगीत साधकों के लिए सदैव प्रेरणा थी, लता दीदी प्रखर देशभक्त थी। उनका जीवन अनेक उपलब्धियों से भरा रहा है। लता जी हमेशा ही अच्छे कामों के लिए हम सभी को प्रेरणा देती रही हैं। भारतीय संगीत में उनका योगदान अतुलनीय है। 30 हजार से अधिक गाने गाकर उनकी आवाज ने संगीत की दुनिया को सुरों से नवाजा है। लता दीदी बेहद ही शांत स्वभाव और प्रतिभा की धनी थी।

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