अस्पतालों में क्वालिटी सुधार के लिए इच्छाशक्ति की जरूरत-डॉ. मीणा

जोधपुर, नेशनल हेल्थ ऑर्थोरिटी (एनएचए) के संयुक्त संचालक डॉ. जेएल मीणा ने कहा कि अस्पतालों में क्वालिटी सुधारने के लिए संसाधनों से ज्यादा इच्छाशक्ति की जरूरत है। क्वालिटी सुधारने के लिए हर जगह सिस्टम की जरूरत होती है। सामान्य भाषा में कहें तो जैसा इलाज खुद चाहते हैं, वैसा ही दूसरे को दें। वे क्वालिटी एंड अफोर्डेबल हेल्थ केयर विषय पर एम्स में आयोजित सेमिनार में बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में गुणवत्ता सुधारने के लिए जरूरी है कि हर व्यक्ति पूरी ईमानदारी से प्रयास करे। इसमें नर्सेज, डॉक्टर, रेजिडेंट्स और दूसरे कार्मिकों को एक ही दिशा में एकजुट होकर काम करना पड़ेगा। इस योजना में देश के 12 मेडिकल कॉलेजों का चयन किया गया है। अस्पतालों में मरीजों को मिलने वाली सुविधा, उपचार, डॉक्टरों, नर्सिंग का बर्ताव, मरीज की संतुष्टि सहित विभिन्न बिंदुओं का अध्ययन कर केंद्र की टीम अस्पताल का चयन करती है।

बनाएं विशेष कार्य योजना

केंद्र सरकार के वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय की राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद, स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत राष्ट्र्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण की ओर से देश में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलें, इसके लिए विशेष कार्य योजना तैयार की गई है।

गुणवत्ता पूर्ण सुधार व क्षमता निर्माण और हैंडहोल्डिंग सपोर्ट के लिए परियोजना की पहल की गई है। परियोजना के तहत एशियाई उत्पादकता संगठन जापान की ओर से वित्त पोषण सहायता दी गई है। परियोजना गुणवत्ता प्रबंधन प्रणालियों में व्यापक अनुभव रखने वाली सेवा प्रदाता एजेंसी वाले 12 मेडिकल कॉलेज में लागू की जाएगी।

दूरदृष्टिन्यूज़ की एप्लिकेशन अभी डाउनलोड करें – http://play.google.com/store/apps/details?id=com.digital.doordrishtinews