समितियां गठित कर अधिकारियों को सौपें दायित्व

जोधपुर, जिले में कोविड-19 की तीसरी लहर की संभावना की परिस्थितियों को देखते हुए जिले की चिकित्सकीय आधारभूत स्थिति के आकलन एवं उन्नयन के लिए त्रिस्तरीय रणनीति के तहत विभिन्न व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए समितियों का गठन कर अधिकारियों दायित्व सौंपें गये हैं।

जिला कलेक्टर एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष इन्द्रजीत सिंह ने इस संबंध में एक आदेश जारी किया है जिसके तहत आयोजन प्लानिंग में मेडिकल कॅालेज से सम्बद्ध चिकित्सा संस्थानों में उपलब्ध संसाधनों के आकलन के लिए डॉ एसएन मेडिकल कॅालेज के प्राचार्य एवं नियंत्रक की अध्यक्षता में आयोजना एवं आकलन समिति का गठन कर सदस्य नियुक्त किए गए हैं।

यह समिति संभावित तीसरी लहर के साथ आने वाली विशिष्ट परिस्थितियों जिसमें माइकर म्यूकोसिस बच्चों में संक्रमण का प्रसार आदि का अनुमान लगाकर रिसोर्स मैपिंग की कार्यवाही संपादित करेंगे। समिति चिकित्सा संस्थानों में उपलब्ध संसाधनों में ऑक्सीजन,आईसीयू,एनआईसीयू, पी आईसीयू बेड, वेन्टिलेटर, ऑक्सीजन की उपलब्धता, उत्पादन व भण्डारण, जीवन रक्षक दवाइयां, ऑक्सीजन मास्क, विभिन्न प्रकार की जांच के लिए आवश्यक उपकरण व जांच सामग्री, मेडिकल कन्ज्यूमेबल्स आदि का आकलन करेंगी।

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तीसरी लहर आने की दशा में संभावित मरीज की संख्या, आयु वर्ग, गंभीरता व श्रेणी का अनुमान लगाया जाकर इसके लिए आवश्यक संसाधनों का आंकलन करने तथा आंकलन में राज्य सरकार, मेडिकल कॅालेज प्रशासन,जन सहयोग एवं अन्य मद से प्राप्त हुए व होने वाली सामग्रियों, उपकरणों को भी सूचिबद्ध किया जायेगा। समिति आकलन के अनुसार तत्काल आवश्यक उपकरण, सामग्री की खरीद के लिए मद भी सुझाएगी।

संभावित तीसरी लहर के संदर्भ में आवश्यक बेड की संख्या के अनुक्रम में आरक्षित किए जाने वाले वार्डस की प्राथमिकता के क्रम में सूची तैयार करने तथा वार्डस की व्यवस्था के लिए आवश्यक मानव संसाधन की मेपिंग करते हुए उपलब्धता के लिए कार्यनीति निर्धारित करेगी। मानव संसाधन को यूटीबी या हाइरिंग बेसिस पर लिए जाने के लिए भी सुझाव प्रदान कर सकेगी।

व्यवस्थापन समिति

जिला कलेक्टर ने संभावित तीसरी लहर के संदर्भ में आकलित संसाधनों की मांग को पूरा करने के लिए विभिन्न मदों से उपार्जन किये जाने के लिए व्यवस्थापन समिति का गठन किया गया है। यह समिति राजकीय मद एवं जनसहयोग से वर्तमान में स्वीकृत, प्रक्रियाधीन उपापन को शीघ्रातिशीघ्र संपादित करवाएगी।

उपापन के पश्चात आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता के लिए उपयुक्त मद की पहचान की जाएगी तथा तदनुरूप स्वीकृति के लिए प्रस्ताव तैयार कर सक्षम प्राधिकारी को प्रेषित करते हुए स्वीकृति के लिए आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। समिति आवश्यक संसाधनो के लिए जनसहयोग, सीएसआर प्राप्त करने के लिए विभिन्न स्वंयसेवी संस्थाओं, उद्योगपतियों, व्यवसासियों, समाजसेवियों आदि से सम्पर्क करेंगी तथा उन्हें आवश्यक संसाधन, अनुमानित व्यय व उपलब्धता की प्रविधि से अवगत करवायेगी। यह समिति मेडिकल काॅलेज एवं चिकित्सा विभाग के अधीनस्थ चिकित्साकर्मियों के नवीन परिदृश्य में आवश्यक सीएमई, प्रशिक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगी।

निवारण समिति

संभावित तीसरी लहर के संक्रमण को अवरूद्ध करने तथा आवश्यक चिकित्सकीय सावधानियों के जनसामान्य में व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए जिला एवं उपखण्ड स्तर पर निवारण समिति का गठन किया गया है।

उपखण्ड स्तरीय समिति

उपखण्ड स्तरीय समिति द्वारा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, राज्य सरकार एवं अन्य मानक संस्थानों द्वारा जारी गाइडलाईन, सुझाव, सावधानियों का आमजन में व्यापक प्रचार प्रसार सुनिश्चित करेगी तथा विभिन्न कार्यस्थलों, सार्वजनिक स्थानों, सामाजिक, राजनैतिक जन समूहों के संदर्भ में जारी गाइड लाइन का प्रचार-प्रसार कर पालना सुनिश्चित करवाई जाएगी।

गांव, वार्ड में संक्रमण के संभावित प्रसार की दशा में शीघ्र निदान व चिकित्सा के लिए डोर टू डोर सर्वे, सैम्पलिंग, संदिग्ध व्यक्तियों को आइसोलेशन चिकित्सा व्यवस्था आदि सुनिश्चित करेंगी। समिति संभावित तीसरी लहर की विशिष्ट परिस्थितियों माइकर म्यूकोसिस, बच्चों में संक्रमण आदि पर उपयुक्त चिकित्सकीय सावधानियों का प्रत्येक परिवार विशेष रूप से महिलाओं के मध्य व्यापक प्रचार-प्रसार करने के लिए आवश्यक प्रयास करेगी, ग्राम पंचायत व वार्ड स्तरीय समिति के सदस्यों का संभावित तीसरी लहर के संदर्भ में आमुखीकरण किया जायेगा तथा कोविड वैक्सीनेशन एवं बच्चों में वर्तमान में जारी नियमित टीकाकरण एवं कुपोषण निवारण संबंधित गतिविधियों को अधिक दक्ष एवं प्रभावी रूप से लागू करवाया जायेगा।