तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय आर्य सम्मेलन 26 मई से

कार्यक्रम के पोस्टर का किया विमोचन

जोधपुर,समाज सुधारक व आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती व उनके जोधपुर आगमन के 140 वर्ष पूर्ण होने पर जोधपुर में तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय आर्य सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम का विमोचन भी आज किया गया। आर्य समाज की सर्वोच्च संस्थान सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा नई दिल्ली के प्रधान स्वामी आर्यवेश ने मंगलवार को रातानाडा स्थित एक होटल में आयोजित प्रेसवार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि समाज सुधारक,आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती व उनके जोधपुर आगमन के 140 वर्ष पूर्ण होने पर जोधपुर की धरा पर पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर का आर्य सम्मेलन 26, 27 व 28 मई-2023 को रेलवे डी-6 में होगा। उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन में राजस्थान,हरियाणा, पंजाब, नई दिल्ली,उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश,महाराष्ट्र सहित देश व आस्ट्रेलिया,अमेरिका,जर्मनी सहित अन्य देशों से सैकड़ों की संख्या में गुरूकुल के आर्य वीर,आर्य वीरांगनाएं व आर्य सन्यासी जोधपुर आएंगे।

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जोधपुर शहर विधायक मनीषा पंवार ने पत्रकारों को बताया कि आर्य प्रतिनिधि सभा राजस्थान व आर्य वीर दल राजस्थान के बैनरतले होने वाले तीन दिवसीय आर्य सम्मेलन के मुख्य अतिथि राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत होंगे। इसके अलावा प्रदेश के अन्य मंत्रियों को भी आने का निमंत्रण दिया गया है।

सम्मेलन में विभिन्न विषयों पर कार्यक्रम होंगे। मिशन आर्यवृत संयोजक,आर्य युवक परिषद हरियाणा के प्रधान व आर्य सम्मेलन के संयोजक व युवा सन्यासी स्वामी आदित्यवेश ने बताया कि कार्यक्रम में युवा सम्मेलन,राष्ट्र रक्षा सम्मेलन, आजादी के आंदोलन में आर्य समाज का योगदान,आर्य वीर व्यायाम, संस्कृति रक्षा,कवि सम्मेलन,एक शाम ऋषि दयानंद के नाम,सामाजिक समरसता,महिला सम्मेलन,कार्यकर्ता सम्मान समारोह सहित विभिन्न कार्यक्रम होंगे। आर्य प्रतिनिधि सभा राजस्थान के प्रधान विरजानंद एडवोकेट ने कहा कि स्वामी दयानंद के नाम से होने वाला यह सम्मेलन इतिहास का विशेष कार्यक्रम बनेगा। पहली बार आर्य समाज के सैकड़ों सन्यासी एक मंच पर दिखेंगे।

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बेटी बचाओ अभियान की राष्ट्रीय संयोजिका प्रवेश आर्या व राष्ट्रीय अध्यक्ष पूनम आर्या ने कहा कि हरियाणा से भी सैंकड़ों की संख्या में बहनें इस सम्मेलन में भाग लेंगी। महर्षि दयानंद ने सबसे पहले महिलाओं के अधिकारों की वकालत की थी। महिलाओं की शिक्षा पर जोर, सती प्रथा पर रोक,बाल विवाह कुरीति,छुआछूत मिटाने सहित कई आंदोलन उनकी ही देन हैं। आर्य वीर दल राजस्थान के अधिष्ठाता भंवरलाल आर्य ने कहा कि भारत में सबसे ज्यादा गुरूकुल स्थापित करने वाले सन्यासी स्वामी प्रणवानंद सरस्वती, हरियाणा में शराबबंदी आंदोलन के नेता स्वामी रामवेश,आर्य समाज के सर्वोच्च सभा के महामंत्री प्रो.विट्ठल राय आर्य हैदराबाद, वैदिक पुरोहित मंडल प्रधान पंडित प्रेमपाल शास्त्री नई दिल्ली,गुरुकुल कांगड़ी के मुख्य अधिक्षता डॉक्टर दीनानाथ शर्मा हरिद्वार,आदिवासी क्षेत्रों में गुरूकुलों के संचालक स्वामी व्रतानंद आमसेना, वैदिक मिशन मुंबई के अध्यक्ष डॉक्टर सोमदेव,इतिहास विशेषज्ञ डॉक्टर जवलंत कुमार अमेठी,भारतीय भजनोपदेशक परिषद के अध्यक्ष सहदेव बेधड़क मुज्जफरनगर, कल्याणी आर्या हरियाणा,अशोक कुमार ग्वालियर आदि कई विशेष हस्तियां सम्मेलन में शिरकत करेंगी। इसके लिए सभी को निमंत्रण भेज दिया गया है। इस अवसर पर कार्यक्रम के पोस्टर का विमोचन भी किया गया।

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