जोधपुर, नववर्ष का आगाज रात 12 बजे से हो गया। कईयों ने हल्की आतिशबाजी की। फिर सर्द रातों में बिस्तरों में दुबक गए। सुबह जब नींद टूट तो सूर्यदेव की किरणें धुंध की चादर लपेट आई। दोपहर तक घना कोहरा बना रहा। सोशल मीडिया हावी रहा और नववर्ष की शुभकामनाओं को संदेश देता रहा। रात को कईयों ने घरों में ही केक काटे और व्यंजन बनाकर स्वागत किया। पुलिस का पहरा रात भर रहा। ना सडक़ों पर रौनक थी और ना ही उल्लस देखा गया। अलसुबह पौ फटने पर लोगों की आंखें दूर तक देखने में अक्षम रही। धुंध ने घेरा रहा हुआ था। जोधपुर शहर सहित मारवाड़ में रात को नववर्ष का घरों में स्वागत किया गया। रात 12 बजते ही सोशल मीडिया पर शुभकामनाओं को दौर चला जोकि सुबह तक होता रहा। कईयों ने नींद टूटने के बाद रिश्तेदारों व परिचितों को नववर्ष की बधाई के संदेश भेजे। शहर की सडक़ों पर सुबह से ही सन्नाटा सा रहा। सर्द हवाओं ने इस बार नववर्ष का स्वागत कर दिया।

टैक्सी चालकों ने सजाए वाहन:
शहर में हर वर्ष की भांति इस बार भी कई टैक्सी चालकों ने अपने वाहनों को सजाया। फूल मालाओं से सजा कर यात्रियों की आवभगत की। किराया भी कम मांगा गया। अपणायत के शहर जोधपुर में नववर्ष पर लोगों ने एक दूसरे को मिलने के बजाए इस बार सोशल मीडिया को अपनी नजदीक रखा। कोरोना संक्रमण और सरकारी गाइड लाइन की पालना में इस बार ऐसा होता देखा गया।
घरों में बनाए व्यंजन और पकवान
नववर्ष पर कोरोना संक्रमण तो है ही मगर लोगों ने इस बार गत वर्ष के मुकाबले सीख ली है। खुद को सावचेत रखते हुए इस बार घरों में स्वादिष्ट व्यंजनों को बनाकर एक दूसरे को विश किया।
रात भर रहा पुलिस का पहरा:
नववर्ष आगमन से पहले ही कमिश्ररेट पुलिस सख्त हो गई थी। रात आठ बजे बाद कफ्र्यू को कड़ा रखते हुए शहर भर में 15 सौ करीबन पुलिस कर्मियों की तैनाती रखी गई। चप्पें चप्पें पर पुलिस बल नजर आया। सडक़ों पर इस बार पहले जैसा हो हुल्लड़ भी देखने को नहीं मिल पाया। शहर में हालांकि हल्की आतिशबाजी भी हुई। मगर पुलिस के डर से लोगों ने पटाखें जलाने के बाद तुरंत घरों में भी जा दुबके।