जोधपुर, बाल बसेरा सेवा संस्थान के द्वारा संचालित बाल बसेरा होम में सोमवार को राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस गोपाल कृष्ण व्यास ने अधिकारीक दौरा किया। अध्यक्ष व्यास ने बाल बसेरा में आवासित बच्चों को संस्थान द्वारा दी जा रही सुविधाओं एवं व्यवस्थाओं का जायजा लिया। वे बाल गृह में आवासित बच्चों से रूबरू हुए।
बच्चों को कोरोना वायरस से बचाव के लिए संस्थान द्वारा किए गए उपायों एवं व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। इस अवसर पर संस्थान के बच्चों द्वारा एक सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई। जिसमें बाल बसेरा के बच्चों ने नृत्य एवं हमारे मौलिक अधिकारों की जानकारी के विषय पर एक नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति दी। संस्थान अध्यक्ष दिनेश जोशी ने सभी अतिथितियों का साफा पहनाकर एवं माल्यापर्ण कर अभिनंदन किया। उन्होंने संस्थान की गतिविधियों के बारे में बताते हुए कहा कि समाज में एचआईवी संक्रमित लोगों के जीवन स्तर में सुधार लाना एवं उन्हे समाज की मुख्य धारा से जोड़ने की अति आवश्यकता है। मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस गोपाल कृष्ण व्यास ने अपने उद्बोधन में बताया कि आयोग पीड़ित एवं वंचित वर्ग के उत्थान एवं अधिकारों की रक्षा के लिए सदैव संवेदनशील रहेगा। उन्होंने बाल बसेरा संस्थान के सेवाकार्यो की प्रशंसा की। जस्टिस व्यास के राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष पद पर मनोनित होने के बाद संपूर्ण राजस्थान के एनजीओ में यह प्रथम विजीट है। इस दौरान ओपी पुरोहित रजिस्ट्रार राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग, अनिल व्यास उपनिदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, डाॅ धनपत राज गुजर अध्यक्ष जिला बाल कल्याण समिति, डाॅ. बीएल सारस्वत, सहायक निदेशक, जिला बाल संरक्षण इकाई, पार्षद दीपक माथुर तथा समाजसेवी महावीर कांकरिया, रमेश छाजेड़, आनंद जोशी, अनील जैन, योगेश लोहिया एवं एडवोकेट गीतु सिंह,शंकरराम,भावना पारीक मौजुद थे। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. राम अकेला ने किया।