देश की सीमाएं माता के वस्त्रों के समान पवित्र, प्रत्येक पुत्र का कर्तव्य उनकी रक्षा करना-शेखावत

देश की सीमाएं माता के वस्त्रों के समान पवित्र, प्रत्येक पुत्र का कर्तव्य उनकी रक्षा करना-शेखावत

  • सीमा सुरक्षा बल के नव आरक्षकों के दीक्षांत परेड समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए केंद्रीय मंत्री
  • नव आरक्षकों को दी बधाई
  • विश्वास जताया कि सभी संविधान की शपथ के प्रत्येक शब्द का सम्मान करेंगे

जोधपुर, केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि महाभारत के पांचवें सर्ग में कहा गया है कि देश की सीमाएं माता के वस्त्रों के समान पवित्र होती हैं। जिस तरह से प्रत्येक पुत्र का कर्तव्य है कि वह मां के वस्त्रों और लज्जा की रक्षा करे, उसी तरह देश की रक्षा का भार प्रत्येक पुत्र के ऊपर है, लेकिन प्राथमिक रूप से यह जिम्मेदारी सीमा सुरक्षा बल के नव आरक्षकों ने स्वीकार की है। केंद्रीय मंत्री ने नव आरक्षकों को बधाई देते हुए विश्वास जताया कि सभी लोग संविधान की शपथ के प्रत्येक शब्द का सम्मान जीवन में करेंगे और ईमानदारी के साथ कर्तव्य के पथ पर आगे बढ़ेंगे।

देश की सीमाएं माता के वस्त्रों के समान पवित्र, प्रत्येक पुत्र का कर्तव्य उनकी रक्षा करना-शेखावत

केंद्रीय मंत्री शेखावत शनिवार को सहायक प्रशिक्षण केंद्र,सीमा सुरक्षा बल के चंदन सिंह चंदेल स्टेडियम में बैच 239-240 के नव आरक्षकों के दीक्षांत परेड समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। केंद्रीय मंत्री का जवानों ने भव्य स्वागत किया और बैंड की स्वर लहरियों के बीच केंद्रीय मंत्री ने परेड की सलामी ली। अपने संबोधन में शेखावत ने कहा कि देश की सेनाएं और देश की सीमाएं, ये दोनों एक-दूसरे से जुड़ा विषय है। विश्व में घट रही घटनाओं को देखते हुए पिछले वर्षों में दुनिया ने सीमाओं की सुरक्षा की महत्ता महसूस की है। उन्होंने कहा कि आज हमारा देश जिन परिस्थितियों से गुजर रहा है। पूरी दुनिया में जिस तरह से युद्ध की परिस्थिति बनी है। ऐसे समय में हम सबको देश के लिए काम करने का अवसर मिला है।

नव आरक्षकों से शेखावत ने कहा कि जिस तरह से सैनिकों ने आज तक बिना किसी संकोच के अपने जीवन को समर्पित किया है। आज आप उस परंपरा का हिस्सा बन रहे हैं। आप सबके लिए यह गौरव का क्षण है। यह आपके जीवन में अविस्मणीय पलों के रूप में दर्ज होगा। शेखावत ने कहा कि 44 सप्ताह की ट्रेनिंग के दौरान आप सबने अनेक कठिन परिस्थितियों का सामना किया होगा। बहुत सारी जगह आपके पसीने की बूंदें गिरी होंगी। आपके परिश्रम की तपिश का साक्षी यह पूरा ट्रेनिंग एकेडमी का परिसर बना होगा। आप जिस कर्तव्य पथ पर आगे चलेंगे, उसमें हमेशा यह सहायक होगा।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यहां के 1500 नव आरक्षकों के अलावा देशभर में सीमा सुरक्षा बल के 20 हजार से ज्यादा नव आरक्षक ट्रेनिंग कर रहे हैं। आज जिस प्रभावी रूप से आप ने परेड की है, उसने सभी को प्रभावित किया है। उन्होंने कहा कि तिरंगा हम सबके लिए सबसे आदरणीय है। भारत माता के हरेक सपूत के लिए सबसे अधिक सम्मान का विषय है। मुझे विश्वास है कि शपथ के प्रत्येक शब्द का सम्मान आप अपने जीवन में करेंगे और ईमानदारी के साथ में इस कर्तव्य के पथ पर आगे बढ़ेंगे।

सीमा सुरक्षा बल की प्रशंसा करते हुए शेखावत ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल न केवल मुस्तैदी के साथ में देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए प्रथम पंक्ति के रूप में डटा है, बल्कि शांति के समय में भी वह संवैधानिक कर्तव्यों जैसे चुनाव,आपदा आदि का निर्वाहन करता है। उन्होंने कहा कि एक सुदीर्घ परंपरा सीमा सुरक्षा बल ने अपने आचरण, व्यवहार, कर्तव्य और परिश्रम से खड़ी की है। एसटीसी के महानिरीक्षक मदन सिंह राठौड़, कमांडेंट योगेंद्र सिंह और समस्त टीम को बधाई देते हुए शेखावत ने कहा कि इन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले आरक्षकों का सृजन किया है।

जवान ने दो घंटे में बनाया शेखावत का स्केच

शेखावत सीमा सुरक्षा बल के जवानों से मिले और प्रशिक्षण के अनुभव सुने। उन्होंने जवानों का उत्साह बढ़ाया। नव आरक्षक उज्जल कृति ने मात्र दो घंटे में केंद्रीय मंत्री शेखावत का स्केच बनाकर उन्हें भेंट किया, शेखावत ने जवान उज्ज्वल का आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस अवसर पर लगी शस्त्र प्रदर्शनी भी देखी।

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