तहसीलदार का चालक, के बिन संचालक व चतुर्थ श्रेणी कर्मी रिश्वत लेते गिरफ्तार

तहसीलदार का चालक, के बिन संचालक व चतुर्थ श्रेणी कर्मी रिश्वत लेते गिरफ्तार

  • तहसील कार्यालय में भ्रष्टाचार
  • तहसीलदार की भूमिका की जांच
  • एसीबी कर रही कार्रवाई

जोधपुर, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने सोमवार को तहसील कार्यालय के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के साथ ही तहसीलदार की गाड़ी चालक व एक दलाल को रिश्वत लिए जाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। बनाड़ क्षेत्र की एक जमीन की तरमीम करने के हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद तहसील के कारिन्दों ने तहसीलदार के नाम से पचास हजार रुपए की रिश्वत मांग ली। प्रकरण में अब जोधपुर के तहसीलदार दीपक सांखला की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है।

तहसीलदार का चालक, के बिन संचालक व चतुर्थ श्रेणी कर्मी रिश्वत लेते गिरफ्तार

ब्यूरो के एएसपी भोपालसिंह लखावत ने बताया कि शहर के एक परिवादी केवल राम ने एसीबी के समक्ष शिकायत दर्ज कराई कि बनाड़ क्षेत्र में उसकी एक जमीन है। इस पर वह होटल बनाना चाहता है। इसके लिए जेडीए में पट्टा लेने को आवेदन किया। लंबे अरसे तक पट्टा जारी नहीं होने पर मैंने हाईकोर्ट में वाद दायर किया। मार्च 2021 में हाईकोर्ट ने तहसीलदार को मौका मुआयना कर तरमीम रिपोर्ट उपलब्ध कराने का आदेश दिया। ताकि पट्टा जारी हो सके। इस आदेश के बावजूद मुझे टरकाया जाता रहा। आखिरकार तहसीलदार के ड्राइवर मदनसिंह ने मुझसे संपर्क साधा और तहसीलदार से काम कराने के लिए पचास हजार रुपए देने की मांग की। बाद में केवलराम ने तहसीलदार से मिले रिश्वत की राशि कुछ कम करने का आग्रह किया।

उन्होंने इशारा कर अपनी सहमति भी जता दी। इस दौरान ड्राइवर मदनसिंह शराब पार्टी करने के नाम पर मेरे से एक हजार रुपए ले गया। इस बीच तहसील कार्यालय का चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भोपाल सिंह भी मेरे ऊपर पैसे जल्दी देने का दबाव बनाने लगा। रात को मदन सिंह ने फोन कर मुझे आज पैसे देने को बोला। आज सुबह फोन करने पर उसने रिश्वत के पचास हजार रुपए तहसील कार्यालय के बाद फोटो कॉपी के एक केबिन पर हिम्मत सिंह को देने को कहा।

एसीबी के कहने अनुसार मैने आज रिश्वत की राशि हिम्मत सिंह को थमा वहां पहले से मौजूद एसीबी की टीम को इशारा कर दिया। एसीबी की टीम ने हिम्मत सिंह को दबोच लिया। उसके पास से रिश्वत के पचास हजार रुपए भी बरामद कर लिए गए। थोड़ी देर में मदनसिंह व भोपाल सिंह वहां पहुंचे। एसीबी की टीम ने दोनों को पकड़ लिया। अब तीनों के बारे में जांच पड़ताल जारी है।

तहसीलदार की भूमिका की जांच

ब्यूरो का कहना है कि इस मामले में तहसीलदार दीपक सांखला की भूमिका संदिग्ध मान जांच की जा रही है। दोषी पाए जाने पर प्रकरण भी दर्ज कर लिया जाएगा। इस बारे में जांच की जा रही है।

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