- केंद्रीय मंत्री ने लूणी विधानसभा क्षेत्र के कई स्वास्थ्य केंद्रों का जाना हाल
- स्वास्थ्य केंद्र चावंडा में संतोषजनक उत्तर न मिलने पर जताई नाराजगी
जोधपुर, केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत शुक्रवार को लूणी विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण करने पहुंचे तो बेरू में डाक्टर समेत स्टाफ नदारद मिला। चावंडा में बीसीएमओ और बीडीओ सवालों के संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। केंद्रीय मंत्री ने लचर व्यवस्था पर सख्त नाराजगी जताई। शेखावत ने तत्काल जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह से फोन पर बातकर ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संबंधित मामलों की नियमित रूप से मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए।
केंद्रीय मंत्री शेखावत जब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, बेरू पहुंचे तो डॉक्टर सहित आधे से अधिक स्टॉफ नहीं था। शेखावत ने पूछा कि डॉक्टर साहब कहां हैं? तो केंद्र पर कार्यरत एक स्टाफ ने बताया कि वो तो नहीं हैं। यहां मौजूद पूर्व सरपंच महेंद्र सिंह भाटी और अन्य ग्रामीणों ने बताया कि डॉक्टर तो करीब छह माह से नहीं आ रहा है। इस पर बीसीएमओ ने बताया कि तीन दिन से नहीं हैं, छुट्टी पर हैं।
जब केंद्रीय मंत्री ने उपस्थिति रजिस्टर मंगवाया और जांचा तो पाया कि एक मई के बाद डॉक्टर सहित अधिकांश स्टाफ के हस्ताक्षर नहीं हैं। बीडीओ ने बताया कि यह स्वास्थ्य केंद्र पीपीपी मॉडल पर काम कर रहा है। इस पर केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि भवन तो बना दिया गया है, लेकिन इसका संचालन तो हमें ही करना है। स्वास्थ्य केंद्र में लचर व्यवस्था पर शेखावत ने नाराजगी जताई।
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पंचायत समिति मंडोर के स्वास्थ्य केंद्र चावंडा के निरीक्षण के बाद केंद्रीय मंत्री शेखावत ने प्रभारी चिकित्सक से कोविड से मृत्यु की संख्या की जानकारी मांगी। उन्होंने पूछा कि संक्रमण के दौरान होम आइसोलेशन वाले मरीजों की देखभाल कैसे होती है? मॉनिटरिंग का क्या तरीका है? यहां प्रभारी और बीसीएमओ ने अलग-अलग आंकड़े बताए। होम आइसोलेशन की मॉनिटरिंग को लेकर बीडीओ भी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए।
लैब टेक्नीशियन केंद्र में है या नहीं, इस पर भी अलग-अलग जवाब मिला। यहीं से शेखावत ने जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह को फ़ोन किया और कहा कि स्वास्थ्य केंद्रों की मॉनिटरिंग का सही तरीका अपनाया जाए, ताकि संक्रमण को कम किया जा सके। उन्होंने गांवों में रेपिड टेस्ट करवाने के निर्देश भी जिला कलेक्टर को दिए।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, केरू में शेखावत ने चिकित्सकों से केरू क्षेत्र में कोरोना की स्थिति, विशेषकर होम आइसोलेशन के विषय में जानकारी ली। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से शेखावत ने पूछा कि क्या घर-घर जाकर सर्वे किया है? इस पर कुछ आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने बताया कि उन्हें सेनेटाइजर और मास्क पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल रहे हैं। इस बाबत केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने अत्याधुनिक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी स्वास्थ्य केंद्र को दिया।
ग्रामीणों ने बताई पानी की समस्या
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, पूनिया की प्याऊ में शेखावत ने चिकित्सकों से फीडबैक लिया। यहां ग्रामीणों ने बताया कि समीप की कावों की ढाणी में होली के बाद से पानी नहीं मिल रहा है। लोगों को भारी परेशानी हो रही है। वहां मौजूद जलदाय विभाग के अधिकारियों ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि पानी का एक टैंकर रोजाना भेज रहे हैं। केंद्रीय मंत्री जल जीवन मिशन के तहत किए जा रहे कार्य की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि गांव में पानी की वैकल्पिक व्यवस्था तुरंत की जाए।
केंद्रीय मंत्री ने पोपावास में उप स्वास्थ्य केंद्र और नारवा खीचियांन में स्वास्थ्य केंद्र की व्यव्स्थाओं को परखा। संक्रमण से क्षेत्र में हुईं मृत्यु और होम आइसोलेशन की स्थिति की विस्तार जानकारी ली। अलग-अलग स्थानों पर पूर्व विधायक जोगाराम पटेल, भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय मंत्री शैलाराम सारण, बेरू के पूर्व सरपंच महेंद्र सिंह भाटी, पूर्व सरपंच उम्मेद सिंह, पूर्व प्रधान अनुश्री पूनिया, उप प्रधान प्रेम सिंह, सहित अनेक लोग केंद्रीय मंत्री के साथ मौजूद थे।