श्रीमद्भागवत महापुराण कथा

जोधपुर, कुङी भगतासनी स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर परिसर में चल रही श्रीमद्भागवत महापुराण के पांचवें दिन कथावाचक दयाराम ने नंदोत्सव के साथ भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का प्रसंग सुनाया। इस दौरान राजाराम, संत कृपाराम, संत भुरादास, बाल संत जगदीश, घनश्याम और बांके बिहारी की उपस्थिति रही।

Satsang mandatory for sleeping soul - Rajaram Maharajराजाराम ने उद्बोधन में कहा कि अंत समय में राम नाम ही काम आएगा और यही साथ जाएगा। राजाराम और बाल संत ने जब राम नाम की अलख जगाई तो श्रोता भी उनके साथ गाते-गाते संपूर्ण पांडाल भक्ति के रस में सराबोर हो गया। आयोजक गौभक्त पं. श्रवण कुमार गौड़ और अशोक मेघवाल ने बताया कि सुबह 11:30 बजे से शाम 4 बजे तक श्रीमद्भागवत महापुराण और शाम 8 बजे से रात्रि 10 बजे तक नैनी बाई का मायरा कथा का वाचन किया जा रहा है। इस अवसर पर बाड़मेर गौड़ समाज के अध्यक्ष अशोक गौड़ और भामाशाह कुंजी गौड़ भी उपस्थित थे। इस अवसर पर नेमीचंद गौड़, बरजू देवी, बजरंग गौड़, काजल गौड़, खुशबु गौड़, लेखराज जांगिड, मयंक, ज्योति मेघवाल, सीमा राठौड़, रामेश्वरी, जसोदा, एकता, नीतू, श्यामू देवी आदि व्यवस्था में सहयोग दें रहे हैं।