- पश्चिमी राजस्थान बन रहा नशे का हब
- पंजाब घोल रहा नसों में जहर
जोधपुर, पश्चिमी राजस्थान के युवाओं की नसों में नशे का जहर घोला जा रहा है। यह जहर और कर्ही से नहीं राजस्थान के श्रीगंगानगर से लगती सीमा पंजाब के रास्ते पहुंच रहा है। नशे के कारोबारी गोलियां बनाकर राजस्थान के पश्चिमी इलाकों में सक्रिय हुए है। बीकानेर, जोधपुर इसके बड़े हब माने जाते है। जिले की ग्रामीण पुलिस ने एक बार फिर नशे की गोलियों को पकड़ पंजाब के चार सप्लायरों को पकडऩे में सफलता हासिल की है। इनके कब्जे से पुलिस ने एक स्कॉडा कार में 17500 नशे की गोलियां, 20 किलो डोडा पोस्त के साथ कार को जब्त किया गया है। सभी लोग बीकानेर के रास्ते फलोदी होकर गुजर रहे थे। ग्रामीण पुलिस अधीक्षक राहुल बाहरठ के अनुसार नशे का कारोबार रोकने के लिए ग्रामीण पुलिस भरसक प्रयास में जुटी है। फिर पंजाब के रास्ते से नशे की गोलियां खपाने के लिए सप्लायर व तस्कर सक्रिय बने है। मगर इनकी धरपकड़ भी बखूबी की जा रही है। ग्रामीण पुलिस ने एक बार फिर नशे की गोलियां बरामद कर युवाओं को नशे में धकेले जाने से रोका है। ग्रामीण पुलिस अधीक्षक राहुल बारहठ के अनुसार रात में मादक पदार्थों एवं अवैध हथियारों की धरपकड़ के लिए विशेष रूप से दिशा निर्देश पुलिस अधिकारियों को जारी किए गए है। इस कड़ी में बाप थानाधिकारी हरीसिंह राजपुरोहित की तरफ से थाने के सामने नाकाबंदी करवाई गई। तब एक स्कॉडा कार जोकि फलोदी – बीकानेर रास्ते से होकर बाप की तरफ आई। इस कार में सवार पंजाब हरियाणा के चार लोगों को पकड़ा गया। कार की तलाशी में 17 हजार 500 नशे की गोलियां मिली। साथ ही 20 किलो डोडा पोस्त भरा हुआ मिला।
इन लोगों को पकड़ा गया
एसपी ग्रामीण बारहठ के अनुसार पकड़े गए युवक सप्लायर है जोकि पंजाब से नशे की गोलियां लेकर आए है। इनमें पंजाब के मुक्तसर निवासी कुलदीपसिंह उर्फ कुलजीत सिंह पुत्र सुखेवेंद्र सिंह सिख, मुक्तसर के ही बलजीत सिंह उर्फ बबू पुत्र सुखवेंद्र सिंह, हरियाणा सिरसा के गौतम पुत्र बलदेवसिंह मेहरा और साहिल पुत्र मगतराम को गिरफ्तार किया गया।
पहले भी पकड़ी जा चुकी नशे की गोलियां
पुलिस अधीक्षक बाहरठ ने बताया कि इससे पहले भी पंजाब से लाई गई नशे की गोलियों को पुलिस ने पकड़ा है। यह तीसरी चौथी कार्रवाई पुलिस की तरफ से की जा चुकी है। अब तक जांच में सामने आया कि नशे की ये गोलियां पंजाब से आती है। नजदीक की सीमा श्रीगंगानगर से होते हुए बीकानेर फिर जोधपुर तक आती है। इन लोगों का मकसद पश्चिमी राजस्थान में नशे का बढ़ावा प्रतीत होता है।
कई बड़े गिरोह का हाथ
सबसे बड़ी बात है कई बार नारकोटिक्स विभाग ने भी इसी मार्ग पर नशे की गोलियां पकड़ी है। खुद ग्रामीण पुलिस भी कार्रवाई कर चुकी है। मगर अब तक नशे की गोलियां आना नहीं रूक रहा है। ऐसे में साफतौर पर जाहिर होता है कि नशे का कारोबार से कई बड़े गिरोह जुड़े हुए है।